तालिबान प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद मंगलवार को दुनिया के सामने आया। उसने कहा- हमें अफगानिस्तान को आजाद कराने का गर्व है।
काबुल. तलिबान ने अफगानिस्तान पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया है। अफगगान राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर जा चुके हैं। काबुल एयरपोर्ट और पंजशीर को छोड़कर हर जगह तलिबान के सैनिक दिखाई दे रहे हैं। तालिबान की संस्कृति परिषद का प्रमुख जबीउल्लाह मुजाहिद ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। वो पहली बार दुनिया के सामने आया है। इससे पहले दुनिया ने उसे कभी नहीं देखा था। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उसने कहा कि हम इस्लाम के अनुसार देश को चलाएंगे।
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जबीउल्लहा मुजाहिद ने कहा, हम किसी के प्रति नफरत की भावना नहीं रखेंगे। हम बाहरी या अंदरूनी दुश्मन नहीं चाहिए। तालिबानी नेता जलालाबाद में स्ट्रैटेजी पर चर्चा कर रहे हैं। उसने कहा कि अपने नेता के आदेश पर हमने सभी को माफ कर दिया है। हम सभी की सुरक्षा की गारंटी लेते हैं। सभी दूतावास सुरक्षित हैं। मौजूदा परिस्थितियों में मैं अंतरराष्ट्रीय समुदाय और संयुक्त राष्ट्र को ये भरोसा देना चाहता हूं कि अफगानिस्तान में सब सुरक्षित हैं। अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल किसी भी देश के खिलाफ नहीं होने दिया जाएगा।
मुजाहिद ने कहा, हमें अफगानिस्तान को आजाद कराने का गर्व है। हम अंतरराष्ट्रीय सीमाओं का सम्मान करते हैं। हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय को कोई परेशानी नहीं देना चाहते हैं। हमारे पास अपने धर्म के हिसाब से चलने का अधिकार है। दूसरे देशों में अलग नीतियां हैं, अलग धर्म है, अलग विदेशी नियम हैं। हम सभी के नियमों का सम्मान करते हैं। इस्लामी अमीरात महिलाओं को शरियत के हिसाब से अधिकार देगी। हमारी औरतों को वो अधिकार मिलेंगे जो हमारे धर्म ने उन्हें दिए हैं। हमारी औरतें मुसलमान हैं, उन्हें शरियत के हिसाब से रहना होगा।
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिहादी कमांडर उन क्षेत्रों में इमामों को आदेश दे रहे हैं जिन पर उन्होंने कब्जा कर लिया है ताकि वे अपने सैनिकों की शादी के लिए 12 से 45 साल की अविवाहित महिलाओं की लिस्ट ला सकें। कई मीडिया रिपोर्ट्स में ये भी कहा जा रहा है कि वे महिलाओं की दुकान पर नोटिस चिपका रहे हैं कि वे वहां न आए नहीं तो परिणाम भुगतना होगा। तालिबान लड़ाकों ने कथित तौर पर तंग कपड़े पहने एक महिला की गोली मारकर हत्या कर दी।
वापस लौटे भारतीय
अफगानिस्तान के मौजूदा हालात को देखते हुए भारत सरकार ने काबुल में स्थित राजदूत रुदेंद्र टंडन और उनके भारतीय स्टाफ को वापस बुला लिया है। वायुसेना का ग्लोबमास्टर C-17 एयरक्राफ्ट काबुल से 150 लोगों को लेकर करीब 11.15 बजे गुजरात के जामनगर पहुंचा। भारतीय राजदूत भी इसी विमान से आए हैं।
अमेरिका का कब्जा
काबुल एयरपोर्ट अभी अमेरिका का कब्जा है। यहां अमेरिकी सैनिक ही उड़ानों का मैनेजमेंट देख रहे हैं। अमेरिका ने कहा है कि वह एयरपोर्ट पर अपने 6 हजार सैनिक तैनात करेगा, ताकि नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके। अभी काबुल एयरपोर्ट पर भगदड़ जैसे हालात हैं।