रूस ने 4 मई को नकली परमाणु-सक्षम मिसाइल हमले का अभ्यास(Practised Simulated Nuclear Missile Strikes) करके खतरे की घंटी बजा दी है। आशंका जताई जा रही है कि रूस न्यूक्लियर मिसाइल अटैक की तैयारी कर रहा है। रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध (Russia Ukraine War) को 5 अप्रैल को 71वां दिन है।
वर्ल्ड न्यूज. ज्यों-ज्यों 9 मई करीब आ रही है, दुनियाभर की निगाहें रूस-यूक्रेन के युद्ध(Russia Ukraine War) पर गहराई से गड़ गई हैं। आशंका है कि इस दिन रूस पूर्ण युद्ध का ऐलान कर सकता है। रूस न्यूक्लियर मिसाइल भी दाग सकता है। इसकी आशंकी इसलिए भी और बढ़ गई है, क्योंकि रूस ने बुधवार(4 मई) को नकली परमाणु-सक्षम मिसाइल हमले का अभ्यास(Practised Simulated Nuclear Missile Strikes) किया। रूस ने बुधवार को खुद इसका ऐलान करते हुए कहा कि मास्को के सैन्य अभियान के बीच उसके बलों ने कलिनिनग्राद के पश्चिमी एन्क्लेव( western enclave of Kaliningrad) में यह प्रैक्टिस की। दरअसल, रूस ने यूक्रेन पर किए गए आक्रमण को महज विशेष सैन्य अभियान(special military operation) नाम दिया था। रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध (Russia Ukraine War) को 5 अप्रैल को 71वां दिन है।
क्या यह तीसरे विश्व युद्ध की आहट है
यूक्रेन को मिल रहे पश्चिमी देशों के समर्थक के बाद सैन्य कार्रवाई( military action ) के 70वें दिन मास्को ने यह ऐलान करके हड़कंप मचा दिया है। बता दें कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यूरोप में सबसे बड़ा शरणार्थी संकट( worst refugee crisis in Europe) खड़ा हो गया है। युद्ध में हजारों लोग मारे जा चुके हैं। 13 मिलियन से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं। फरवरी के अंत में यूक्रेन में सैनिकों को भेजने के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन(Russian President Vladimir Putin) ने परमाणु हथियारों को तैनात करने की इच्छा जताते हुए हमले की धमकी दी थी। रूस के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा गया कि बुधवार को यूरोपीय संघ के सदस्यों पोलैंड और लिथुआनिया के बीच स्थित बाल्टिक सागर पर स्थित एन्क्लेव में युद्ध दौरान रूस ने परमाणु-सक्षम इस्कंदर मोबाइल बैलिस्टिक मिसाइल सिस्टम( nuclear-capable Iskander mobile ballistic missile systems) के नकली इलेक्ट्रॉनिक लॉन्च(simulated electronic launches) का अभ्यास किया।
बयान में कहा गया है कि रूसी बलों ने मिसाइल सिस्टम, एयरफील्ड, संरक्षित बुनियादी ढांचे, सैन्य उपकरण और नकली दुश्मन के कमांड पोस्ट के लांचरों की नकल करते हुए लक्ष्य पर एकल और कई हमले किए। यानी यूक्रेनी टार्गेट की डमी पर हमले किए गए। इस प्रैक्टिस में 100 से अधिक सैनिक शामिल हुए। इन लड़ाकों ने विकिरण और रासायनिक संदूषण( chemical contamination) की स्थिति से निपटने का भी अभ्यास किया। 24 फरवरी को पुतिन द्वारा यूक्रेन में सेना भेजे जाने के तुरंत बाद रूस ने परमाणु बलों को हाई अलर्ट पर रखा था।
पश्चिमी देशों को नतीजे भुगतने की चेतावनी
क्रेमलिन प्रमुख(रूस) ने चेतावनी दी है कि अगर पश्चिम देश सीधे यूक्रेन संघर्ष में हस्तक्षेप करते हैं, तो बिजली की गति से उन्हें जवाब दिया जाएगा। रूसी अखबार के संपादक और नोबेल शांति पुरस्कार विजेता दिमित्री मुराटोव(Nobel Peace Prize laureate Dmitry Muratov) ने मंगलवार को कहा कि वे दो हफ्ते से टीवी पर सुन रहे हैं कि अब परमाणु भूमिगत कक्षों(nuclear silos) को खोला जाना चाहिए।
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