रिपोर्ट का दावा- ISI के पास पहुंचे अफगानिस्तान के कॉन्फिडेंशल दस्तावेज, तलिबान नेता की ऑडियो क्लिप भी वायरल

रिपोर्ट्स के अनुसार, 2 चौंकाने वाली खबरें सामने आई हैं। अफगानिस्तान से पाकिस्तान को गोपनीय दस्तावेजों का स्थानांतरण किया गया है। और दूसरा तालिबान नेता की लीक हुई ऑडियो क्लिप।

Asianet News Hindi | Published : Sep 12, 2021 4:44 PM IST / Updated: Sep 12 2021, 10:16 PM IST

वर्ल्ड डेस्क. अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार बनने में पाकिस्तान की भूमिका को लेकर कई तरह की बाते हैं रही हैं। एक ताजा रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के संवेदनशील और कॉन्फिडेंशल दस्तावेज भी हासिल कर लिए हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, एक ऑडियो क्लिप भी लीक हुई है। इस ऑडियो क्लिप में कई तरह के खुलासे किए गए हैं। 

रिपोर्ट्स के अनुसार, 2 चौंकाने वाली खबरें सामने आई हैं। अफगानिस्तान से पाकिस्तान को गोपनीय दस्तावेजों का स्थानांतरण किया गया है। और दूसरा तालिबान नेता की लीक हुई ऑडियो क्लिप। ऑडियो क्लिप में ये क्लियर नहीं हो पाया है कि इसमें तलिबान का कौन सा नेता बात कर रहा है। लेकिन रिपोर्ट्स के अनुसार, ऑडियो क्लिप में एक व्यक्ति को आईएसआई पर आरोप लगाते हुए सुना जा सकता है।

 

 

लीक हुए ऑडियो क्लिप के अनुसार, एक व्यक्ति यह कहा रहा है कि पाकिस्तान तालिबान के भीतर दरार पैदा करने की कोशिश कर रहा है और इसके साथ ही वह आरोप लगाते हुए कह रहा है कि अफगानिस्तान को युद्ध जैसी स्थिति में धकेलने की कोशिश की जा रही है। ऑडियो में कहा जा रहा है कि पंजाब ने सब कुछ नष्ट कर दिया। आर्ग में तालिबान के बीच बहुत बड़ी लड़ाई थी और तालिबान के बीच अभी भी बहुत सारी समस्याएं हैं। आईएसआई प्रमुख ने अफगानिस्तान के पूरे भविष्य को बर्बाद कर दिया और एक और युद्ध की उम्मीद है।

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रिपोर्ट में कहा गया कि आईएसआई प्रमुख तालिबान और हक्कानी के बीच मध्यस्थता के लिए अफगानिस्तान का दौरा कर रहे थे। उनकी यात्रा से पहले, तालिबान को मुल्ला बरादार के नेतृत्व में एक कैबिनेट की घोषणा करनी थी। यात्रा के बाद, उस योजना में कुछ समायोजन किए गए जहां तालिबान के सर्वोच्च नेता अखुंदजादा के नेतृत्व में अंतिम कैबिनेट बनाया गया था। दो प्रमुख हक्कानी नेताओं को भी कैबिनेट में शामिल किया गया है। रिपोर्टों में कहा गया है कि यह वह कैबिनेट नहीं था जिसकी तालिबान ने वास्तव में योजना बनाई थी।

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रिपोर्ट के मुताबिक काबुल पहुंचे तीन C170 प्लेन दस्तावेजों से भरे बैग लेकर लौटे हैं। संवेदनशील गोपनीय दस्तावेज पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI लेकर गई है। ये हार्ड डिस्क और दूसरे डिजिटल रेकॉर्ड्स की शक्ल में हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, यह कार्यवाही पाकिस्तान के अफगान राजदूत मंसूर अहमद की निगरानी में हुई है। ISI इस डेटा का इस्तेमाल अपने मतलब के लिए करेगा।  रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान के हाथों में डेटा लगना भारत के लिए चिंताजनक है। 

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