संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) में उइगर मुसलमानों के मानव अधिकारों के हनन पर चर्चा के लिए लाए गए प्रस्ताव पर चीन को भारत का साथ मिला है। भारत ने चीन के खिलाफ वोट नहीं दिया और मतदान से परहेज किया।
नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) में उइगर मुसलमानों के साथ व्यवहार के मामले में वोटिंग के दौरान चीन को भारत का साथ मिला है। भारत और 10 अन्य देशों ने संयुक्त राष्ट्र में चीन के खिलाफ वोटिंग से परहेज किया। चीन के शिनजियांग में मानव अधिकार की स्थिति के मामले में चीन के खिलाफ प्रस्ताव पर मतदान किया गया था।
2017 के बाद से शिनजियांग में उइगरों, कजाखों और अन्य मुस्लिम अल्पसंख्यकों के खिलाफ चीन की कार्रवाई का व्यापक दस्तावेजीकरण किया गया है। यहां चीन ने आतंकवाद से लड़ने की आड़ में मुस्लिम अल्पसंख्यकों के खिलाफ अत्याचार किया है। UNHRC के 51वें नियमित सत्र में चीन के शिनजियांग क्षेत्र में मानवाधिकार की स्थिति पर बहस करने के लिए एक मसौदा प्रस्ताव पर गुरुवार को मतदान कराया गया था।
खारिज हो गया प्रस्ताव
भारत और 10 अन्य देशों द्वारा मतदान नहीं करने के बाद चीन के खिलाफ लाया गया प्रस्ताव खारिज हो गया। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के ट्वीट किया कि चीन के शिनजियांग के उइगर स्वायत्त क्षेत्र में मानवाधिकारों की स्थिति पर बहस करने के लिए लाए गए मसौदा प्रस्ताव (A/HRC/51/L.6) को खारिज कर दिया गया है।
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चीन के खिलाफ लाए गए प्रस्ताव के खारिज होने को पश्चिम के लिए झटका माना जा रहा है। मसौदा प्रस्ताव कनाडा, डेनमार्क, फिनलैंड, आइसलैंड, नॉर्वे, स्वीडन, यूके और यूएसए द्वारा मिलकर लाया गया था। इसे तुर्की सहित कई देशों का समर्थन मिला था। UNHRC के सदस्य देशों की संख्या 47 है। 17 सदस्यों ने प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया। चीन, पाकिस्तान और नेपाल सहित 19 सदस्यों ने इसके खिलाफ मतदान किया। भारत, ब्राजील, मैक्सिको और यूक्रेन सहित 11 सदस्यों ने मतदान में भाग नहीं लिया।
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