
न्यूयॉर्क: अमेरिकी राष्ट्रपति चुने गए डोनाल्ड ट्रंप व्हाइट हाउस में वापसी करने की तैयारी में हैं। ट्रंप के दूसरी बार सत्ता में आने पर पूरी दुनिया अमेरिका-चीन संबंधों पर नज़र गड़ाए हुए है। मौजूदा संकेतों के अनुसार, ट्रंप अपने पहले कार्यकाल की तरह ही चीन के प्रति सख्त रुख अपनाने की तैयारी में हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, रिपब्लिकन प्रतिनिधि माइकल वॉल्ट्ज ट्रंप के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार का पदभार संभालेंगे। रिटायर्ड आर्मी नेशनल गार्ड ऑफिसर और युद्ध विशेषज्ञ माइकल वॉल्ट्ज चीन के कट्टर आलोचक हैं। वॉल्ट्ज ने एशिया-प्रशांत क्षेत्र में चीन की गतिविधियों की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने पहले भी चेतावनी दी थी कि अमेरिका इस क्षेत्र में किसी भी संघर्ष के लिए तैयार है। जॉर्ज डब्ल्यू बुश प्रशासन के दौरान, उन्होंने पेंटागन और व्हाइट हाउस में रक्षा नीति सलाहकार के रूप में काम किया है। इसके अलावा, वॉल्ट्ज भारत-अमेरिका संबंधों को बहुत महत्व देते हैं, जो चीन के लिए एक चुनौती है।
यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति, रूस-उत्तर कोरिया संबंध, पश्चिम एशिया में युद्ध की आशंका और चीनी चुनौतियों पर वॉल्ट्ज की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। साथ ही, यह माना जा रहा है कि रक्षा क्षेत्र में भारत के साथ अमेरिका के संबंध नए आयाम छुएंगे। डोनाल्ड ट्रंप की अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में वापसी से कई देश चिंतित हैं, लेकिन विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने हाल ही में स्पष्ट किया कि भारत उनमें से एक नहीं है।
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