H-1B वर्कर्स के लिए ट्रम्प के गोल्ड, प्लेटिनम और कॉर्पोरेट गोल्ड कार्ड क्या हैं? जानें फीस

Published : Sep 20, 2025, 12:08 PM IST
Donald Trump on h1b visa

सार

ट्रंप ने H-1B वीजा की की एनुअल फीस को बढ़ाकर 1 लाख डॉलर कर दिया है। इसके साथ ही गोल्ड कार्ड वीज़ा प्रोग्राम का ऐलान किया, जिसमें इंडिविजुअल्स के लिए ट्रंप गोल्ड कार्ड व ट्रंप प्लैटिनम कार्ड और व्यवसायों के लिए ट्रंप कॉर्पोरेट गोल्ड कार्ड हैं।

Trump Gold Platinum Card for H-1B Workers: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को हाई-टेक विदेशी कर्मचारियों के लिए एच-1बी वीजा की सालाना फीस बढ़ाकर 1,00,000 डॉलर कर दी। इस कदम का टेक कंपनियों के अलावा अन्य कंपनियों द्वारा नियुक्त भारतीयों पर गहरा असर पड़ेगा। व्हाइट हाउस में एक घोषणापत्र पर साइन करते हुए ट्रंप ने कहा कि "यह इंसेंटिव अमेरिकी कर्मचारियों को हायर करने के लिए है। हमारा मकसद अमेरिकी कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। इसके साथ ही ये इंश्योर करना भी है कि कंपनियों के पास "वास्तव में असाधारण लोगों" को हायर करने और उन्हें अमेरिका लाने का एक सही रास्ता हो।

भारतीय प्रोफेशनल्स पर पड़ेगा असर

डोनाल्ड ट्रंप के इस कदम का सीधा असर भारतीय प्रोफेशनल्स पर पड़ेगा। वीजा की फीस 215 डॉलर से बढ़कर 1,00,000 डॉलर हो जाएगी। वहीं, कई यूरोपीय देशों में आम इन्वेस्टर वीजा की फीस 10,000 डॉलर से बढ़कर 20,000 डॉलर सालाना हो जाएगी। उन्हें एच-1बी वीजा के बदले हर साल करीब 88 लाख रुपए की फीस चुकानी होगी।

ये भी पढ़ें : H-1B Visa: ट्रंप ने एच-1बी वीजा की फीस 88 लाख की, जानें भारतीयों के लिए इसके क्या हैं मायने?

ट्रम्प का गोल्ड कार्ड वीजा प्रोग्राम क्या है?

इसके साथ ही डोनाल्ड ट्रंप की टीम ने गोल्ड कार्ड वीज़ा प्रोग्राम का ऐलान किया, जिसमें इंडिविजुअल्स के लिए ट्रंप गोल्ड कार्ड व ट्रंप प्लैटिनम कार्ड और व्यवसायों के लिए ट्रंप कॉर्पोरेट गोल्ड कार्ड शामिल हैं। ये कार्ड विशेष सुविधाएं प्रदान करने के साथ ही एम्प्लॉयमेंट-बेस्ड वीजा का स्थान लेंगे, जो प्रोफेसरों, वैज्ञानिकों, कलाकारों और एथलीटों सहित अन्य लोगों को नागरिकता देगा।

1- ट्रम्प गोल्ड कार्ड

टारगेट: इंडिविजुअल

कीमत: 10 लाख डॉलर (8.80 करोड़ रुपए)

कैसे प्राप्त करें: इंडिवजुअल को अपना एप्लिकेशन फॉर्म नॉन-रिफंडेबल प्रॉसेसिंग फीस के साथ जमा करना होगा। अमेरिकन सिटीजनशिप एंड इमिग्रेश सर्विसेज संभावित कार्ड धारक के बैकग्राउंड की जांच संबंधी प्रॉसेस की सुविधा प्रदान करेगी।

फायदा: एक बार अप्रूव होने के बाद, ट्रम्प गोल्ड कार्ड अमेरिका के सभी 50 राज्यों और क्षेत्रों में इस्तेमाल किया जा सकेगा।

2- ट्रम्प प्लैटिनम कार्ड

लक्ष्य: व्यक्ति

कीमत: 50 लाख डॉलर (44 करोड़ रुपए)

कैसे प्राप्त करें: इसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रॉसेस अभी शुरू नहीं हुई है। इंडिविजुअल को रजिस्ट्रेशन कराना होगा और वेटिंग लिस्ट में अपनी जगह सुरक्षित करनी होगी। साथ ही एक प्रॉसेसिंग फीस देनी होगी और गृह सुरक्षा विभाग द्वारा जांच का इंतजार करना होगा।

फायदा: स्वीकृत होने के बाद, इंडिविजुअल नॉन-अमेरिकी इनकम पर टैक्सेस के अधीन हुए बिना 270 दिनों तक अमेरिका में रह सकता है।

3- ट्रम्प कॉर्पोरेट गोल्ड कार्ड

टारगेट: विदेशी कर्मचारियों को नियुक्त करने वाली कंपनियां

कीमत: 20 लाख डॉलर (17.60 करोड़ रुपए)

कैसे प्राप्त करें: प्रोसेसिंग फीस का पेमेंट करें और DHS की जांच का इंतजार करें। इसमें एक छोटा-सी एनुअल मेंटेनेंस फीस भी लगेगी।

फायदा: ये कार्ड एक कर्मचारी से दूसरे कर्मचारी को फीस और DHS जांच के साथ ट्रांसफर किया जा सकता है।

ये भी देखें : H1b Visa Fees: ट्रंप ने बदले एच-1बी वीजा के नियम, नए आवेदकों से ₹88 लाख फीस लेगा अमेरिका

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