
रियाद: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और सीरियाई राष्ट्रपति अहमद अल-शराय की मुलाकात हुई। इस मुलाकात में सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान और तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोगन भी शामिल हुए। तुर्की के राष्ट्रपति फ़ोन के ज़रिए जुड़े। ये मुलाकात 33 मिनट तक चली। 25 साल बाद दोनों देशों के राष्ट्रपतियों के बीच मुलाकात हुई है। साल 2000 में अमेरिकी राष्ट्रपति क्लिंटन और सीरियाई राष्ट्रपति हाफिज अल-असद के बीच जिनेवा में मुलाकात हुई थी।
अमेरिका की नीतियों में बदलाव का संकेत देने वाली ये एक अहम मुलाकात थी। डोनाल्ड ट्रंप ने सीरिया पर लगे प्रतिबंध हटाने का ऐलान किया था। सऊदी-अमेरिका निवेश सम्मेलन में उन्होंने ये चौंकाने वाला ऐलान किया। बशर अल-असद के कार्यकाल में अमेरिका ने सीरिया पर प्रतिबंध लगाए थे।
ट्रंप ने अरब-अमेरिका सम्मेलन में कहा कि मध्य पूर्व की आपसी एकता और दोस्ती काबिले तारीफ है और कई लोग इसे जलन की नज़र से देखते हैं। उन्होंने ईरान के परमाणु कार्यक्रम का विरोध किया और कहा कि ईरान को परमाणु हथियार नहीं बनाने चाहिए। ट्रंप ने अपने भाषण में कहा कि उन्हें अमेरिकी-इज़राइली बंदी की रिहाई की उम्मीद नहीं थी, उन्हें लगा था कि एडन की मौत हो गई है। सभी बंदियों को रिहा किया जाना चाहिए। यही शांति का रास्ता है।
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