वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण का शिकार होने के बाद स्वस्थ हो चुके अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक बार फिर चुनावी प्रचार शुरू कर दिया है। सोमवार रात वे फ्लोरिडा पहुंचे और यहां हजारों समर्थकों की मौजूदगी में रैली को संबोधित किया। रैली में ट्रंप ने कहा कि मैं कोरोना से ठीक होने के बाद अब ज्यादा शक्तिशाली महसूस कर रहा हूं।
फ्लोरिडा. वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण का शिकार होने के बाद स्वस्थ हो चुके अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक बार फिर चुनावी प्रचार शुरू कर दिया है। सोमवार रात वे फ्लोरिडा पहुंचे और यहां हजारों समर्थकों की मौजूदगी में रैली को संबोधित किया। ट्रंप ने कहा कि मैं कोरोना से ठीक होने के बाद अब ज्यादा शक्तिशाली महसूस कर रहा हूं। दूसरी तरफ, व्हाइट हाउस और उनके डॉक्टरों के मुताबिक, राष्ट्रपति ट्रंप की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है।
व्हाइट हाउस ने भी की पुष्टी
राष्ट्रपति के डॉक्टर सीन कोनले ने व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी कैली मैक्नेनी को एक चिट्ठी के जरिए बताया है कि राष्ट्रपति का लगातार दो दिन तक कोरोना टेस्ट किया गया जिसमें उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। मैक्नेनी ने इसकी जानकारी मीडिया को देते हुए कहा कि कईं लोग यह जानना चाहते हैं कि राष्ट्रपति का कोरोना टेस्ट दोबारा किया गया है या नहीं। मेरे पास डॉक्टर कोनले का संदेश आया है जिसमें बताया गया है कि राष्ट्रपति के दो दिन में दो टेस्ट किए गए थे जिसमें उनकी दोनों रिपोर्ट निगेटिव आई है।
खुद को सेहतमंद बताने का प्रयास किया ट्रंप ने
बीते हफ्ते कोरोना संक्रमित होने के बाद ट्रम्प का तीन दिनों तक मेरिलैंड के वॉल्टर रीड हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था। डॉक्टरों ने उन्हें शनिवार से कैम्पेन करने की इजाजत दी थी। यह रैली फ्लोरिडा के सैनफोर्ड में हुई। ट्रम्प ने सैनफोर्ड में करीब आधे घंटे तक भाषण दिया। इस दौरान महसूस किया जा सकता था कि वे खुद को सेहतमंद दिखाने की जल्दबाजी में हैं। ट्रम्प बार-बार यह दावा करते रहे है कि वे पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। खास बात ये है कि जब वे यह रैली कर रहे थे तब तक इस बात की औपचारिक पुष्टि नहीं हो सकी थी कि उनकी टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आई है।
बाइडेन का उड़ाया मजाक
ट्रम्प अपनी रैली के दौरान डेमोक्रेट पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन की छोटी रैलियों का मजाक उड़ाते रहे। उन्होंने यहां तक कहा कि बाइडेन और डेमोक्रेट्स जल्द वैक्सीन लाने में बाधा बन रहे हैं। इसके साथ ही सोमवार की रैली में सैकड़ों लोग ऐसे थे, जिन्होंने मास्क नहीं लगाया था। यह देश के लिए और खुद इन लोगों के लिए खतरा हो सकता है।