तुर्किये के पहले 5वीं पीढ़ी के स्टील्थ फाइटर जेट ने भरी उड़ान, US ने F-35 देने से किया था इनकार

तुर्किये के पहले स्टील्थ फाइटर जेट KAAN ने पहली उड़ान भरी है। इसमें दो इंजन लगे हैं। विमान बनाने का काम 2016 में शुरू हुआ था।

 

Vivek Kumar | Published : Feb 21, 2024 6:38 PM IST / Updated: Feb 22 2024, 12:14 AM IST

अंकारा। तुर्किये द्वारा बनाए जा रहे पांचवीं पीढ़ी के स्टील्थ फाइटर जेट ने पहली उड़ान भरी है। इसे KAAN नाम दिया गया है। तुर्किये नाटो का सदस्य है, लेकिन रूस से S-400 एयर डिफेंस सिस्टम खरीदने के चलते अमेरिका ने इसे अपना स्टील्थ फाइटर जेट F-35 देने से इनकार कर दिया था।

तुर्किये ने 2016 में अपना स्टील्थ फाइटर जेट बनाने के लिए प्रोजेक्ट शुरू किया था। इस प्रोजेक्ट का नाम TF-X है। तुर्किये की एयरोस्पेस फर्म TUSAS ने अगली पीढ़ी के फाइटर जेट विकसित करने के लिए 2017 में ब्रिटेन की BAE सिस्टम्स के साथ 125 मिलियन डॉलर के समझौते पर साइन किए थे।

 

 

दो इंजन वाला विमान है KAAN

TUSAS ने एक वीडियो शेयर किया है। इसमें पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान KAAN को रनवे से टेकऑफ करते देखा जा सकता है। यह दो इंजन वाला विमान है। इसमें जनरल इलेक्ट्रिक के F-110 इंजन लगे हैं। इस इंजन का इस्तेमाल F-16 फाइटर जेट में होता है। F-16 में एक इंजन है।

तुर्किये अपनी वायु सेना की क्षमता बढ़ा रहा है। इसके लिए उसे अमेरिका से भी मदद मिल रही है। अमेरिका ने तुर्किये को F-16 के 40 इंजन बेचने को मंजूरी दी है। इसके साथ ही अमेरिका द्वारा तुर्किये को 79 F-16 विमानों को अपग्रेड करने में मदद दी जा रही है।

S-400 डील के चलते अमेरिका ने किया था F-35 देने से इनकार

तुर्किये अमेरिका से 5वीं पीढ़ी का स्टील्थ फाइटर जेट खरीदना चाहता था, इसके लिए बात भी चल रही थी। इसी दौरान तुर्किये ने रूस से S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम खरीदने का सौदा किया। अमेरिका ऐसे देश को अपना F-35 विमान देने को तैयार नहीं था जो रूसी एयर डिफेंस सिस्टम एस-400 ऑपरेट करे। इसके चलते उसने तुर्किये को F-35 विमान देने से मना कर दिया था।

तुर्किये जर्मनी, ब्रिटेन, इटली और स्पेन के एक संघ द्वारा बनाए जाने वाले 40 यूरोफाइटर टाइफून जेट खरीदने में भी रुचि दिखा रहा है। यह फाइटर जेट एयरबस, बीएई सिस्टम्स और लियोनार्डो द्वारा बनाया जाता है।

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