अमेरिका ने दावा किया है कि रूस किसी भी समय यूक्रेन पर हमला कर सकता है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई है। बाइडेन ने कहा है कि रूस परमाणु हमला करने पर भी विचार कर रहा है।
वाशिंगटन। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा तनाव (Ukraine Crisis) अब खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है। अमेरिका ने दावा किया है कि रूस किसी भी समय यूक्रेन पर हमला कर सकता है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई है। बाइडेन ने कहा है कि रूस परमाणु हमला करने पर भी विचार कर रहा है।
1945 के बाद यूरोप के सबसे बड़े जंग की योजना बना रहा रूस
वहीं, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने दावा किया है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 1945 के बाद यूरोप के सबसे बड़े जंग की योजना बना रहे हैं। रूस यूक्रेन की राजधानी कीव को चारों तरफ से घेरने की योजना पर काम कर रहा है। रूस डोंबास की सीमा और बेलारूस दोनों ओर से हमला करेगा। बेलारूस की तरफ से कीव की दूरी कम है।
G-7 देशों ने रूस को दी चेतावनी
G-7 के देशों (अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली और जापान) ने रूस को यूक्रेन पर हमले की स्थिति में कड़े आर्थिक प्रतिबंध की चेतावनी दी है। एक संयुक्त बयान में कहा गया है कि इस संकट का राजनयिक समाधान निकाला जाना चाहिए। यूक्रेन पर हमला रूस के लिए ठीक नहीं होगा। वह अगर ऐसा करता है तो उसे कड़े आर्थिक प्रतिबंधों का सामना करना होगा।
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यूक्रेन के राष्ट्रपति ने विश्व के नेताओं को दिखाया आईना
इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने म्यूनिख में चल रहे सुरक्षा सम्मेलन में विश्व के नेताओं को आईना दिखाया है। उन्होंने कहा कि पश्चिमी शक्तियों को रूस के प्रति तुष्टिकरण की अपनी नीति छोड़ देनी चाहिए। यूक्रेन पर संभावित रूसी आक्रमण की चिंताएं बढ़ रही हैं। जेलेंस्की ने कहा कि मैं नहीं जानता कि रूस के राष्ट्रपति क्या चाहते हैं, लेकिन मैं उन्हें मुलाकात का प्रस्ताव देता हूं। संकट के समाधान के लिए यूक्रेन कूटनीति के रास्ते पर चलने का समर्थक है।
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मंडरा रहा युद्ध का खतरा
बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध का खतरा मंडरा रहा है। रूस ने यूक्रेन की सीमा के पास एक लाख से अधिक सैनिकों को तैनात किया है। यूक्रेन की सीमा के पास के एयरबेस पर रूसी लड़ाकू विमानों को बड़ी संख्या में तैनात किया गया है। इसके साथ ही रूसी युद्धपोत काला सागर में भी बड़ी संख्या में मौजूद हैं। पिछले कुछ दिनों में स्थिति और गंभीर हो गई है।
यूक्रेन और रूस समर्थित विद्रोहियों के कब्जे वाले दो क्षेत्रों ने एक-दूसरे पर तनाव बढ़ाने का आरोप लगाया है। इस इलाके में बमबारी की खबरें भी आईं हैं। रूस ने शनिवार को कहा था कि यूक्रेन की सरकार के कब्जे वाले हिस्से से दागे गए दो गोले सीमा पार गिरे। वहीं, यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने इस दावे को फर्जी बताया। यूक्रेन की सेना ने कहा है कि दोनेत्सक क्षेत्र में सरकार के कब्जे वाले हिस्से में शनिवार को गोलाबारी में एक सैनिक की मौत हो गई।
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