Ukraine: ब्रिटेन के PM ने बताया रूसी हमले का प्लान, कहा-1945 के बाद यूरोप में होने जा रहा सबसे बड़ा युद्ध

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने खूफिया एजेंसियों से मिली जानकारी के आधार पर यूक्रेन पर रूस द्वारा किए जाने वाले हमले के प्लान की जानकारी दी है। उन्होंने कहा है कि रूस 1945 के बाद यूरोप में सबसे बड़े युद्ध की योजना बना रहा है।

Asianet News Hindi | Published : Feb 20, 2022 11:27 AM IST

म्यूनिख। रूस और यूक्रेन के बीच तनाव (Russia Ukraine Conflict) चरम पर है। दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने हैं। अमेरिका ने चेतावनी दी है कि रूस किसी भी समय यूक्रेन पर आक्रमण कर सकता है। इस बीच ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) ने खूफिया एजेंसियों से मिली जानकारी के आधार पर यूक्रेन पर रूस द्वारा किए जाने वाले हमले के प्लान की जानकारी दी है। उन्होंने कहा है कि रूस 1945 के बाद यूरोप में सबसे बड़े युद्ध की योजना बना रहा है।

जर्मनी के म्यूनिख में आयोजित वार्षिक सुरक्षा सम्मेलन में शामिल होने आए प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा कि सबूत बताते हैं कि रूस 1945 के बाद यूरोप में सबसे बड़े युद्ध की योजना बना रहा है। सभी संकेत ऐसे हैं, जिससे पता चलता है कि योजना पहले ही कुछ अर्थों में शुरू हो चुकी है। इंटेलिजेंस का सुझाव है कि रूस एक आक्रमण शुरू करने का इरादा रखता है। रूसी सेना यूक्रेन की राजधानी कीव को घेर लेगी। अगर यह जंग हुई तो बड़ी संख्या में लोगों की जान जाएगी। लोगों को मानव जीवन की इस भारी क्षति को समझने की जरूरत है।

जॉनसन ने चेतावनी दी कि कोई भी संघर्ष "खूनी और लंबा" हो सकता है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन संभवतः इस बारे में अतार्किक रूप से सोच रहे हैं, उन्होंने आगे आपदा को नहीं देखा। मुझे लगता है कि अब हम सभी के लिए यह महत्वपूर्ण है कि रूस के लिए यह कितनी बड़ी तबाही होगी। उन्होंने संकेत दिया कि ब्रिटेन और अमेरिका रूस के खिलाफ पहले की तुलना में अधिक प्रतिबंध लाएंगे, जिसमें रूस की कंपनियों का पाउंड और डॉलर में व्यापार करने पर रोक शामिल है। यह एक ऐसा कदम है जिससे रूस को बहुत गहरा आघात लगेगा। 

रूस के हमले से नाटो होगा मजबूत
जॉनसन ने कहा कि 2014 में (यूक्रेन से क्रीमिया की रूसी जब्ती) का सबक यह है कि आप व्लादिमीर पुतिन को इससे दूर नहीं जाने दे सकते। यूक्रेन पर रूस के हमले से नाटो (NATO) कमजोर होने की जगह मजबूत होगा। पश्चिमी देश विपक्षी ताकतों को गलत निष्कर्ष जो सही हो सकता है पर आने की अनुमति नहीं दे सकते। अगर पुतिन सोचते हैं कि यूक्रेन पर हमला करने से नाटो के सदस्य देशों की संख्या कम होगी तो वह गलत हैं। इससे नाटो के सदस्यों की संख्या और बढ़ेगी।

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जॉनसन ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पश्चिमी नेताओं से कहा था कि खुफिया जानकारी से पता चलता है कि रूसी सेना न केवल पूर्व से डोनबास के माध्यम से यूक्रेन में प्रवेश करने की योजना बना रही थी, बल्कि बेलारूस की सीमा से भी यूक्रेन में प्रवेश करेगी। वे यूक्रेन की राजधानी कीव को घेरने की योजना पर काम कर रहे हैं। मैं यह कहने से डरता हूं कि हम जो योजना देख रहे हैं वह कुछ ऐसी चीज है जो वास्तव में 1945 के बाद से यूरोप में सबसे बड़ा युद्ध हो सकता है। जंग बड़े पैमाने पर होगी। लोगों को न केवल यूक्रेनियन, बल्कि युवा रूसियों के जीवन के संभावित नुकसान पर विचार करने की जरूरत है।

यूक्रेन नहीं है नाटो का सदस्य
दरअसल, यूक्रेन नाटो या यूरोपीय संघ का सदस्य नहीं है, लेकिन दोनों के साथ उसके घनिष्ठ संबंध हैं। रूस जोर दे रहा है कि उसके पड़ोसी को नाटो में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। रूस इसे अपनी सुरक्षा के लिए खतरा मानता है। पश्चिमी देशों ने रूस पर यूक्रेन की सीमा पर एक नकली संकट पैदा करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। 

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पश्चिमी देशों ने हाल के हफ्तों में चेतावनी दी है कि पुतिन की सेना किसी भी समय आक्रमण कर सकती है। रूस ने इन दावों का खंडन करते हुए कहा है कि बड़े पैमाने पर सैनिक सिर्फ सैन्य अभ्यास कर रहे हैं। बता दें कि अमेरिकी सरकार के नवीनतम अनुमानों से पता चलता है कि 169,000 से 190,000 के बीच रूसी सैनिक यूक्रेन की सीमा पर रूस और पड़ोसी देश बेलारूस में तैनात हैं। इस आंकड़े में पूर्वी यूक्रेन में विद्रोही भी शामिल हैं।

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