संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने लीबिया में लोगों से संघर्ष विराम की अपील की है। त्रिपोली में पिछले तीन महीने से जारी हिंसा में मारे गए लोगों की संख्या 1000 पहुंच गई है।
बेनगाजी. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने लीबिया में लोगों से संघर्ष विराम की अपील की है। त्रिपोली में पिछले तीन महीने से जारी हिंसा में मारे गए लोगों की संख्या 1000 पहुंच गई है। ज्यादातर लोग हवाई हमले में मारे गए। मंगलवार को भी प्रवासियों के रिफ्यूजी कैंप पर हमला किया गया था, जिसमें करीबन 40 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 80 लोग घायल हो गए थे। परिषद ने पूर्वी त्रिपोली के ताजौरा शरणार्थी केन्द्र पर हुए हमले की निंदा की और सभी पक्षों से स्थिति को तत्काल नियंत्रित करने और संघर्ष विराम को लेकर प्रतिबद्ध होने की आवश्यकता पर जोर दिया। साथ संयुक्त राष्ट्र ने शरणार्थी केंद्र पर हुए हमले के लिए जिम्मेदार लोगों का पता लगाने के लिए स्वतंत्र जांच का आह्वान किया है।
लिबिया के त्रिपोली में हिंसा क्यों ?
पिछले हफ्ते हिंसा तब शुरु हुई जब चरमपंथियों ने त्रिपोली के दक्षिणी इलाके में हमला कर दिया था। इसके बाद उनका स्थानीय समर्थित चरमपंथी गुटों से संघर्ष चल रहा है। लीबिया की राष्ट्रीय साझा सरकार (जीएनए) ने हिंसक झड़पों को देश की राजनीतिक स्थिरता को खत्म करने का प्रयास बताया है। उन्होंने कहा है वो इन झड़पों पर चुप नहीं रह सकती। ये राजधानी की सुरक्षा और आम नागरिकों की सुरक्षा के लिए खतरा है।
1 हजार लोगों की मौत,
हवाई हमले और जमीनी लड़ाई में लगभग 1,000 लोग मारे गए हैं जबकि 5,000 लोग घायल हुए हैं। लड़ाई ने 100,000 से अधिक लोगों को अपने घरों से भागने के लिए मजबूर किया है साथ ही लीबिया को गहरे संघर्ष में डुबाने की धमकी दी है। मृतकों में जीएनए द्वारा रखे गए ताजौरा के त्रिपोली उपनगर के एक निरोध केंद्र पर हवाई हमले में मंगलवार रात मारे गए 53 प्रवासियों मारे गए। इस हमले का आरोप हफ़्तेर की सेना पर लगाया गया है।