
वॉशिंगटन. चीन की चालबाजी एक बार फिर सबके सामने बेनकाब हो गई। अमेरिका खुफिया एजेंसी एफबीआई ने शुक्रवार-शनिवार रात करीब 3 बजे जासूसी के आरोप में सैन फ्रांसिस्को की डिप्लोमैटिक फेसेलिटी से तांग जुआन को गिरफ्तार किया है। यह महिला चीनी सेना के लैब में काम करती थी। इससे यह साबित हो गया कि शी जिनपिंग और चीनी सेना डिप्लोमैटिक स्टेटस का किस तरह से जासूसी में इस्तेमाल करती है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिकी खुफिया एजेंसियों को देश में तीन और चीनी जासूसों की तलाश है। वहीं, अमेरिका की सीमाओं पर तैनात सुरक्षाबलों को अलर्ट पर रहने के लिए कहा गया है।
कौन है तांग जुआन?
तांग जुआन एक चीनी जासूस है। जुआन ने बीजिंग में बायोलॉजी से ग्रेजुएशन किया। इसके बाद बतौर चीनी महिला फौजी सेना के लैब में काम करने लगी। इसके बाद जुआन को जासूसी की ट्रेनिंग दी गई। इतना ही नहीं जुआन ने अमेरिकी अंदाज में अंग्रेजी बोलना सीखा। यहां से अमेरिकी वीजा पर न्यूयॉर्क पहुंची। यहां अमेरिका के डेविस रिसर्च लैब में बतौर असिस्टेंट नौकरी करने लगी। लेकिन उसका मुख्य पेशा जासूसी करना था।
कैसे खुली पोल?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जुआन अमेरिका में चीन के कॉन्स्युलेट्स या डिप्लोमैटिक फेसेलिटी में अकसर देखी जाती थी। इतना ही नहीं वह वहां कई महीनों तक रही भी। जबकि डिप्लोमैटिक फेसेलिटीज में रहने के लिए संबंधित देश की सरकार से इजाजत लेनी होती है। या वह डिप्लोमैटिक चैनल का हिस्सा हो। जबकि जुआन के साथ ऐसा कुछ भी नहीं था। ऐसे में एफबीआई उसपर नजर बनाए हुए थी। एफबीआई का शक तब पुख्ता हुआ, जब उसकी एक दोस्त ने जुआन की बीजिंग के आर्मी लैब में काम करते वक्त की एक फोटो शेयर की। इसके बाद जुआन पर सख्ती बढ़ा दी गई।
तीन और मददगारों की तलाश
पिछले दिनों ह्यूस्टन की चीनी कॉन्स्युलेट के पिछले हिस्से में कुछ दस्तावेज जलाए गए थे। एफबीआई को शक है कि ये जुआन और उसके साथी जाससूों के नेटवर्क की जानकारी से संबंधित थे। इसी के मद्देनजर एफबीआई ने चीनी कॉन्स्युलेट की इमारत में छापा मारा। यहां से कई सैंपल भी लिए गए। एफबीआई के हाथ कुछ दस्तावेज भी लगे हैं। बताया जा रहा है कि एफबीआई को अब एक टेक्सास में रहने वाली 27 साल की महिला समेत 3 और जाससूों की तलाश है।
अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।