
Indian Origin Woman Questions JD Vance: शुक्रवार को यूनिवर्सिटी ऑफ मिसिसिपी (University of Mississippi) में उस वक्त माहौल अचानक बदल गया, जब अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस से एक भारतीय मूल की महिला ने इमिग्रेशन और धर्म से जुड़े कुछ ऐसे सवाल पूछे, जिनका जवाब देना उनके लिए आसान नहीं रहा। वेंस यहां छात्रों को संबोधित कर रहे थे, तभी महिला ने खड़े होकर उनसे कहा, 'आपने हमें अमेरिकन सपना बेचकर बुलाया, अब कह रहे हैं कि इमिग्रेंट्स ज्यादा हो गए हैं? ये कब तय किया आपने?' पश्मीना शॉल ओढ़े इस महिला ने बेहद संयमित लेकिन पैने अंदाज में कहा,'हमने मेहनत की, टैक्स दिया, अब क्यों कह रहे हैं हम नहीं चाहिए?' उसका यह सवाल सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। लोग कह रहे हैं कि उन्होंने वह बात कही जो लाखों विदेशी छात्रों और वर्कर्स के दिल में है।
महिला के सवाल के जवाब में जेडी वेंस ने कहा कि वह कानूनी इमिग्रेशन की संख्या को सीमित करने के पक्ष में हैं। उन्होंने कहा, 'हम हर साल लाखों लोगों को नहीं ले सकते। अगर कुछ इमिग्रेंट्स ने योगदान दिया है, तो इसका मतलब यह नहीं कि हम करोड़ों को आने दें। इससे देश की सामाजिक बनावट बिगड़ेगी।' हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि आखिर सही संख्या कितनी होनी चाहिए।
दरअसल, ट्रंप प्रशासन की पुरानी इमिग्रेशन पॉलिसी की वजह से यह बहस बढ़ रही है। इसमें लाखों गैरकानूनी प्रवासियों को देश से बाहर किया गया। H-1B वीजा सिस्टम में कई बदलाव किए गए। लगभग 6,000 इंटरनेशनल छात्रों के वीज़ा रद्द कर दिए गए। महिला ने इन्हीं नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि जिन लोगों ने वैध तरीके से वीजा लिया, फीस दी और सिस्टम फॉलो किया, उनके साथ यह कैसा न्याय है?
महिला ने एक और तीखा सवाल पूछा, आपकी पत्नी हिंदू हैं, तो क्या उन्हें अमेरिकन होने के लिए ईसाई बनना पड़ेगा?' इस सवाल पर वेंस कुछ देर चुप रहे, फिर बोले, 'मेरी पत्नी ऊषा हर रविवार मेरे साथ चर्च आती हैं। मैं चाहता हूं कि वह एक दिन क्रिश्चियन गॉस्पल को माने, लेकिन अगर नहीं भी मानतीं तो भी कोई समस्या नहीं, क्योंकि भगवान ने सबको स्वतंत्र इच्छा दी है।' उनके इस जवाब पर भी हॉल में मिली-जुली प्रतिक्रियाएं सुनाई दीं।
महिला के तीखे सवाल और जेडी वेंस के जवाब का वीडियो वायरल होते ही इंटरनेट पर बहस शुरू हो गई। कई भारतीय यूजर्स ने लिखा, 'वह महिला हर उस इमिग्रेंट की आवाज है, जो अमेरिका में अपना भविष्य बनाने आया था।' वहीं कुछ अमेरिकी यूजर्स ने कहा कि जेडी वेंस का कहना भी गलत नहीं, क्योंकि देश की सुरक्षा और पहचान बचाना भी ज़रूरी है।
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