
अमेरिका। अमेरिका में बीते कई महीनों से भारतीय और भारतीय अमेरिकी छात्रों पर हमले की खबर आ रही है। इसी बीच गुरुवार (15 फरवरी) को देश के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने हमले से जुड़े मुद्दे को लेकर जानकारी दी। अमेरिका के जॉन किर्बी ने जानकारी दी कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनका प्रशासन भारतीय और भारतीय अमेरिकी छात्रों पर हमलों को विफल करने और रोकने के लिए बहुत मेहनत कर रहे हैं।
व्हाइट हाउस में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में राजनीतिक संचार के कॉर्डिनेटर जॉन किर्बी ने कहा कि हिंसा के लिए कोई बहाना नहीं है। निश्चित रूप से ये नस्ल, लिंग या धर्म और किसी अन्य कारक पर आधारित है। इसे अमेरिका बिल्कुल अस्वीकार्य करता है। अमेरिकी प्रशासन इस तरह के हमले को रोकने के लिए स्थानीय अधिकारियों के साथ काम कर रहा है।
जॉन किर्बी ने दी चेतावनी
जॉन किर्बी ने चेतावनी देते हुए कहा कि मैं उन लोगों को साफतौर पर कहता हूं, जो हमले कर रहे हैं. वैसे लोगों के बारे में पता चलने पर उन्हें जवाबदेह ठहराया जाएगा। हाल ही में जॉर्जिया के लिथोनिया में डिपार्टमेंटल स्टोर में पार्ट टाइम करने वाले भारतीय मूल के व्यक्ति विवेक सैनी की जनवरी में हत्या कर दी गई थी। उसे एक नशेड़ी ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया था। इसके अलावा फरवरी में इंडियाना वेस्लेयन विश्वविद्यालय में एक भारतीय छात्र सैयद मज़ाहिर अली पर हमला किया गया था।
भारतीय अमेरिकी समुदाय के नेता ने की अपील
भारतीय अमेरिकी समुदाय के नेता अजय जैन भूटोरिया ने कहा कि वो छात्रों की मौत से बहुत परेशान हैं। इसके लिए उन्होंने अमेरिका में पढ़ने वाले छात्रों के लिए सुरक्षा उपायों को बढ़ाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि कॉलेज अधिकारियों और स्थानीय पुलिस को इन चुनौतियों का तुरंत समाधान करना चाहिए। इन घटनाओं से भारत में माता-पिता और परिवार चिंतित हैं। इसलिए अमेरिका में पढ़ रहे भारतीय छात्रों की भलाई सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा मुद्दों को संबोधित करना महत्वपूर्ण है।
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