अमेरिका-जर्मनी-ब्रिटेन-फ्रांस के राष्ट्रप्रमुखों ने घंटों मंथन के बाद रूस से तेल आयात बैन की हिम्मत न कर सकें

अमेरिकी नेतृत्व वाले नाटो देशों के खिलाफ जाते हुए रूस ने यूक्रेन के पूर्वी हिस्से को दो गणराज्यों (Donetsk and Lugansk) के रूप में बीते दिनों मान्यता दे दी थी। यूक्रेन के अशांत क्षेत्रों को मान्यता के बाद रूस ने शांति स्थापना के नाम पर सबसे पहले दोनों अशांत क्षेत्रों में सेना भेज दी। इसके बाद यूक्रेन पर हमला बोल दिया।

Asianet News Hindi | Published : Mar 8, 2022 12:20 AM IST

वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन (US President Joe Biden) ने सोमवार को चार प्रमुख सहयोगी देशों के प्रमुखों संग वीडियो मीटिंग की है। अमेरिका सहित फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी ने एकमत होकर रूस के खिलाफ और कड़े प्रतिबंध लगाने पर सहमति बनाई। हालांकि, व्हाइट हाउस (White House) की प्रवक्ता ने मीटिंग के बाद बताया कि फिलहाल, चारों देशों की मीटिंग में रूस से तेल आयात (Oil Import) करने पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया है। 

यूक्रेन पर हमले के बाद रूस पर लगातार लगाए जा रहे प्रतिबंध

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दरअसल, अमेरिकी नेतृत्व वाले नाटो देशों के खिलाफ जाते हुए रूस ने यूक्रेन के पूर्वी हिस्से को दो गणराज्यों (Donetsk and Lugansk) के रूप में बीते दिनों मान्यता दे दी थी। यूक्रेन के अशांत क्षेत्रों को मान्यता के बाद रूस ने शांति स्थापना के नाम पर सबसे पहले दोनों अशांत क्षेत्रों में सेना भेज दी। इसके बाद यूक्रेन पर हमला बोल दिया। यूक्रेन के नाटो सदस्य (NATO Countries) बनने की खिलाफत कर रहे रूस के हमले से अमेरिका समेत अन्य पश्चिमी देशों को यह नागवार लगी। यूक्रेन पर हमले के बाद अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस समेत अन्य नाटो देशों व यूरोपियन यूनियन ने रूस पर तमाम प्रकार के आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए। रूस के राष्ट्रपति समेत दर्जनों बिजनेसमैन, नेताओं व अधिकारियों की अन्य देशों में स्थित संपत्तियों को जब्त करने का आदेश जारी कर दिया। रूसी बैंकों और व्यवसाय पर अपने देशों में प्रतिबंधित कर दिया। लेकिन इसके बाद भी रूस अपनी मांग पर अड़ा हुआ है। 

चार देशों के प्रमुखों ने की मीटिंग

व्हाइट हाउस ने बताया कि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन, जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़, यूके के पीएम बोरिस जॉनसन के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने महत्वपूर्ण मीटिंग की है। मीटिंग में नेताओं ने यूक्रेन के अकारण और अनुचित आक्रमण के लिए रूस पर प्रतिबंध बढ़ाना जारी रखने का संकल्प दोहराया। उन्होंने यूक्रेन को सुरक्षा, आर्थिक और मानवीय सहायता प्रदान करना जारी रखने की अपनी प्रतिबद्धता को भी रेखांकित किया। इसके अलावा, उन्होंने यूक्रेन और रूस के राष्ट्रपतियों के साथ अपने संबंधित हालिया संबंधों पर चर्चा की।

फिलहाल, रूस से तेल करेंगे आयात

व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने बताया कि रूस से तेल के आयात पर प्रतिबंध के बारे में राष्ट्रपति द्वारा इस समय कोई निर्णय नहीं लिया गया है। इन पर चर्चा आंतरिक रूप से चल रही है।

1.7 मिलियन लोग पहले ही देश छोड़ चुके

कीव और पश्चिमी नेता रूसी नेता व्लादिमीर पुतिन के अपने आक्रमण को समाप्त करने और देश से बाहर नागरिकों के लिए सुरक्षित मार्ग की अनुमति देने की मांग कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि 1.7 मिलियन से अधिक लोग पहले ही भाग चुके हैं।

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