शनिवार को सऊदी अरब से भारत आ रहे एक केमिकल टैंकर पर ड्रोन से हमला किया गया। अमेरिका ने कहा है कि यह ड्रोन ईरान से उड़ा था।
वाशिंगटन। भारत के समुद्र तट की ओर बढ़ रहे एक केमिकल टैंकर पर शनिवार को ड्रोन से हमला किया गया। यह टैंकर जापानी कंपनी का है। इस ड्रोन हमले से लाल सागर के बाहर भी जहाजों के लिए बढ़े हुए खतरे का पता चला है। अमेरिका ने बताया है कि टैंकर पर हमला करने वाला ड्रोन ईरान से उड़ा था।
ईरान समर्थित हौथी विद्रोहियों द्वारा लाल सागर में सामान ढोने वाले जहाजों पर हमला किया जा रहा है। इन जहाजों पर मिसाइल या ड्रोन से अटैक किया जा रहा है। हौथी विद्रोहियों का कहना है कि वे इजरायल और हमास के बीच चल रही लड़ाई के खिलाफ हमले कर रहे हैं।
ड्रोन हमले से टैंकर पर लगी आग
शनिवार को हिंद महासागर में भारत के समुद्र तट के पास स्थित टैंकर पर ड्रोन से हमला किया गया। हमला सुबह करीब 10 बजे हुआ। इससे टैंकर पर आग लग गई। आग को बुझा दिया गया, लेकिन टैंकर को नुकसान पहुंचा है। टैंकर द्वारा मदद मांगे जाने पर भारतीय नौसेना का एक विमान उसके पास पहुंचा। इसके बाद नौसेना ने एक युद्धपोत को टैंकर के पास भेजा।
भारत के समुद्र तट से 370 km पहले हुआ हमला
इस बीच अमेरिकी सेना के मुख्यालय पेंटागन ने जानकारी दी है टैंकर पर हमला करने वाला ड्रोन ईरान से उड़ा था। अमेरिकी सेना टैंकर के साथ लगातार संपर्क में थी। उसे भारत पहुंचना था। भारत के समुद्र तट से करीब 370 किलोमीटर पहले उसपर हमला हुआ। उस वक्त टैंकर के आसपास कोई अमेरिकी युद्धपोत नहीं था।
सऊदी अरब से भारत जा रहा था टैंकर
इजरायल और हमास के बीच लड़ाई शुरू होने के बाद यह पहली बार है जब अमेरिका ने जहाजों पर हमले के लिए ईरान को खुलेआम जिम्मेदार बताया है। पेंटागन ने बताया है कि टैंकर MV Chem Pluto का संचालन नीदरलैंड की कंपनी द्वारा किया जा रहा था। उसपर लाइबेरिया का झंडा लगा था। टैंकर की मालिक जापानी कंपनी है। टैंकर सऊदी अरब से भारत जा रहा था। वॉल स्ट्रीट जर्नल ने बताया कि एमवी केम प्लूटो का संचालन करने वाली डच कंपनी इजराइली शिपिंग टाइकून इदान ओफर से जुड़ी हुई है।
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भारतीय नौसेना ने कहा है कि उसने सहायता के अनुरोध का जवाब दिया है। एक विमान भेजा गया। वह जहाज के ऊपर पहुंचा और उसके चालक दल की सुरक्षा स्थापित की। भारतीय नौसेना के एक युद्धपोत भी भेजा गया है ताकि आवश्यकतानुसार सहायता दी जा रहे। इस हमले की किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है।