अमेरिकी नौ सेना ने ईरान समर्थित यमन के हौथी विद्रोहियों द्वारा एक जहाज को निशाना बनाने के लिए लॉन्च किए गए दो एंटी शिप बैलिस्टिक मिसाइल को नष्ट कर दिया। तीन दिन में दूसरी बार ऐसी घटना हुई है।
वाशिंगटन। यमन के हौथी विद्रोहियों द्वारा लाल सागर से गुजरने वाले जहाजों पर हमला किया जा रहा है। इन हमलों को रोकने के लिए अमेरिका ने अपनी नौसेना को तैनात कर रखा है। अमेरिका ने दस देशों के साथ हौथी विद्रोहियों के हमले रोकने के लिए गठबंधन किया है। इसका असर भी दिख रहा है।
अमेरिकी सेना ने शनिवार को बताया कि उसके डिस्ट्रॉयर (युद्ध पोत) ने हौथी विद्रोहियों द्वारा दागे गए दो एंटी शिप बैलिस्टिक मिसाइलों को मार गिराया है। एक कंटेनर जहाज ने अमेरिकी सेना से मदद मांगी थी। उसपर हौथी विद्रोहियों द्वारा हमला किया गया था। इसके बाद अमेरिकी नौ सेना ने यमन से फायर किए गए दो मिसाइलों को हवा में नष्ट कर दिया। तीन दिन में यह दूसरी घटना है जब अमेरिका ने हौथी विद्रोहियों के हमले को नाकाम किया है।
हौथी विद्रोहियों ने लॉन्च किए थे मिसाइल
यूएस सेंट्रल कमांड (CENTCOM) ने कहा है कि मिसाइलों को ईरान समर्थित हौथी विद्रोहियों द्वारा लॉन्च किया गया था। 19 नवंबर के बाद से हौथियों द्वारा अंतरराष्ट्रीय जहाजों पर किया गया यह 23वां हमला था। हौथी लाल सागर से गुजरने वाले जहाजों पर बार-बार हमला कर रहे हैं। हौथी विद्रोहियों का कहना है कि वे फिलिस्तीन का समर्थन करते हैं और इजरायल द्वारा किए जा रहे जंग के खिलाफ हमला कर रहे हैं।
USS Gravely ने मिसाइलों ने नष्ट किया
CENTCOM ने कहा कि अमेरिकी नौ सेना के दो डिस्ट्रॉयर USS Gravely और USS Laboon ने कंटेनर जहाज मार्सक हांग्जो से मदद मांगे जाने पर कार्रवाई की। लाल सागर पार करते समय उसपर हमला किया गया था। यह जहाज डेनमार्क की कंपनी का है और इसपर सिंगापुर का झंडा लगा है। जहाज को निशाना बनाने के लिए फायर किए गए मिसाइलों को USS Gravely ने अपने एयर डिफेंस मिसाइल से नष्ट कर दिया।
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हौथी विद्रोहियों का कहना है कि वे इजराइल और इजराइल से जुड़े जहाजों को निशाना बना रहे हैं। लाल सागर दुनिया में होने वाले व्यापार के लिए बेहद अहम है। इस रास्ते से वैश्विक व्यापार का 12 प्रतिशत सामान ढोया जाता है।