यूएस नेवी के युद्धपोत यूएसएस कार्नी ने गुरुवार को यमन से दागे गए तीन क्रूज मिसाइल और कई ड्रोनों को हवा में ही तबाह कर दिया। इन्हें इजरायल की ओर भेजा जा रहा था।
वाशिंगटन। हमास के साथ चल रही लड़ाई में इजरायल की मदद के लिए अमेरिका ने अपने दो युद्धपोत कैरियर स्ट्राइक ग्रुप के साथ भेजे हैं। अमेरिकी युद्धपोतों के होते हुए इजरायल पर किसी देश के लिए हमला करना आसान नहीं है। इसका उदाहरण भी सामने आया है।
गुरुवार को यूएस नेवी के युद्धपोत ने यमन से इजरायल की ओर दागे गए तीन क्रूज मिसाइलों और कई ड्रोनों को हवा में नष्ट कर दिया। अमेरिकी सेना के मुख्यालय पेंटागन ने यह जानकारी दी है। पेंटागन प्रेस सचिव ब्रिगेडियर जनरल पैट राइडर ने बताया है कि उत्तरी लाल सागर में मौजूद यूएसएस कार्नी (विध्वंसक) ने जमीन पर हमला करने वाले क्रूज मिसाइलों और कई ड्रोनों को इंटरसेप्ट किया है। इन्हें यमन के हौथी बलों ने लॉन्च किया था।
इजरायल की ओर लॉन्च किए गए थे मिसाइल
पैट राइडर ने कहा, "हम निश्चित रूप से नहीं कह सकते कि ये मिसाइलें और ड्रोन किस लक्ष्य को निशाना बना रहे थे। इन्हें यमन से लाल सागर के उत्तर की ओर (संभावित रूप से इजरायल की ओर) लॉन्च किया गया था।"
एक अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि उन्हें यह नहीं लगता कि मिसाइल अमेरिकी नौसेना के युद्धपोत पर हमला करने के लिए लॉन्च किया गया था। राइडर ने कहा कि मिसाइलों को मार गिराया गया क्योंकि वे खतरा पैदा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अमेरिका "इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में अपने सहयोगियों और अपने हितों की रक्षा के लिए" जो भी आवश्यक होगा वह करने के लिए तैयार है। अमेरिका अभी भी आकलन कर रहा है कि लक्ष्य क्या था।
हौथी विद्रोहियों ने दी है इजरायल पर हमले की धमकी
गौरतलब है कि ईरान समर्थित हौथी विद्रोहियों ने फिलिस्तीनियों के प्रति समर्थन व्यक्त किया है। उसने इजरायल को धमकी दी है। हौथी नेता अब्देल-मालेक अल-हौथी ने अमेरिका को इजरायल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष में हस्तक्षेप करने के खिलाफ चेतावनी दी थी। उन्होंने धमकी दी थी कि उनकी सेना ड्रोन और मिसाइलों से हमला करेगी।