क्या है अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा संघर्ष की वजह, जिसके चलते मारे गए 58 सैनिक?

Published : Oct 12, 2025, 05:28 PM IST
Afghanistan Pakistan Border Clashes

सार

अफगानिस्तान ने दावा किया है कि उसने पाकिस्तान के 58 सैनिकों को मार दिया और उसके 25 आर्मी पोस्ट पर कब्जा कर लिया। अफगानिस्तान ने ये हमले पिछले दिनों पाकिस्तान द्वारा काबूल पर किए गए हवाई हमले का बदला लेने के लिए किए हैं।

Afghanistan Pakistan Fight: अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष तेज हो गया है। रविवार को अफगानिस्तान ने दावा किया कि उसके जवानों ने 58 पाकिस्तानी सैनिकों को मार दिया और 25 आर्मी पोस्ट पर कब्जा कर लिया। यह सब सीमा पर रातभर चलाए गए अभियान के दौरान हुआ। अफगानिस्तान ने ये हमले पाकिस्तान द्वारा काबूल में किए गए हवाई हमले का बदला लेने के लिए किए हैं। पाकिस्तान की ओर से अभी तक सैनिकों के मारे जाने के दावे की पुष्टि नहीं की गई है।

तालिबान सरकार के मुख्य प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने बताया कि ये हमले पाकिस्तान द्वारा अफगान क्षेत्र और हवाई क्षेत्र के "बार-बार उल्लंघन" के जवाब में किए गए। मुजाहिद ने कहा, "अफगानिस्तान की सभी आधिकारिक सीमाओं और वास्तविक सीमाओं पर स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। अवैध गतिविधियों को काफी हद तक रोक दिया गया है।"

पाकिस्तान ने काबूल पर किया था हवाई हमला

9-10 अक्टूबर की रात को पाकिस्तान ने काबूल में हवाई हमला किया था। इसके बाद तालिबान के रक्षा मंत्रालय ने कहा, "उसके बलों ने सीमा पर जवाबी और सफल अभियान चलाया। अगर विरोधी पक्ष फिर से अफगानिस्तान की क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन करता है तो हमारे सशस्त्र बल देश की सीमाओं की रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार हैं और कड़ा जवाब देंगे।"

तोरखम और चमन बॉर्डर क्रॉसिंग बंद

अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सीमा पर हुए झड़पों के कारण रविवार को दो प्रमुख क्रॉसिंग तोरखम और चमन बंद कर दिए गए। इससे दोनों देशों के बीच व्यापार और यात्रा ठप हो गई। पाकिस्तान से लौट रहे अफगान शरणार्थियों सहित सभी लोगों को कड़ी सुरक्षा के बीच वापस भेज दिया गया। चमन में एसोसिएटेड प्रेस के एक रिपोर्टर ने बताया कि अफगानिस्तान के दक्षिणी कंधार प्रांत के स्पिन बोल्डक के ऊपर जेट विमानों की आवाज सुनी गई। यहां एक विस्फोट के बाद धुआं उठता देखा गया।

पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच क्यों बढ़ा तनाव?

पाकिस्तान अफगानिस्तान पर प्रतिबंधित संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के आतंकवादियों को पनाह देने का आरोप लगाता है। इसने पाकिस्तान के अंदर कई हमले किए हैं। काबुल इस आरोप से इनकार करते हुए कहता है कि वह अपनी जमीन का इस्तेमाल किसी भी देश के खिलाफ नहीं होने देता।

अफगानिस्तान द्वारा 58 पाकिस्तानी सैनिकों को मारने का दावा करने से पहले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा था कि सेना ने अफगानिस्तान के उकसावे का मुंहतोड़ जवाब दिया है। उनकी कई चौकियों को नष्ट कर दिया है। इससे वे पीछे हटने पर मजबूर हुए हैं।

सऊदी अरब और कतर सहित क्षेत्रीय शक्तियों ने दोनों देशों से संयम बरतने का आग्रह किया। रियाद ने "तनाव को बढ़ने से रोकने और बातचीत व समझदारी अपनाने" का आह्वान किया। वहीं, कतर ने बिगड़ते हालात पर चिंता व्यक्त की।

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2611 किमी लंबी है पाकिस्तान और अफगानिस्तान की सीमा

पाकिस्तानी सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार, नवीनतम झड़पें पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कई जिलों में हुईं। इनमें चित्राल, बाजौर, मोहमंद, अंगूर अड्डा और कुर्रम शामिल हैं। दोनों देशों की सीमा 2611 किलोमीटर लंबी है। इसे डुरंड लाइन कहा जाता है। यह एक औपनिवेशिक युग की सीमा है। इसे अफगानिस्तान ने कभी औपचारिक रूप से मान्यता नहीं दी।

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