अमेरिका के अलबामा में एक कैदी को नाइट्रोजन गैस देकर मौत की सजा देने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस वजह से व्हाइट हाऊस की भी मुश्किलें बढ़ गई हैं।
Nitrogen Gas Death. अमेरिका में बीते शुक्रवार को एक कैदी पर नाइट्रोजन गैस का प्रयोग किया गया और मौत की सजा दी गई। व्हाइट हाऊस ने इसे बड़ी मुसीबत करार दिया है। जानकारी के लिए बता दें कि पहली बार किसी कैदी को नाइट्रोजन गैस देकर मारा गया है। इस मामले में मानवाधिकार कार्यकर्ताओं सहित दुनिया के कई देशों ने प्रतिक्रिया दी है। कई संगठनों और यहां तक की बचाव पक्ष के वकीलों ने भी इसे बेहद क्रूर और अन्यायपूर्ण तरीका बताया है।
व्हाइट हाऊस ने इस मुद्दे पर क्या कहा
व्हाइट हाऊस के प्रेस सेक्रेटरी केरिन जीन पियरे ने संवाददाताओं से कहा कि केनेथ स्मिथ की मौत की खबर बहुत बड़ी मुसीबत खड़ी कर सकती है। यह हमारे लिए, हमारे प्रशासन के लिए भी मुसीबत बढ़ा सकती है। यह व्हाइट हाऊस के लिए भी दिक्कत पैदा कर सकता है। प्रेसीडेंट जो बाइडेन ने भी इस मामले को बेहद गंभीरता से लिया है। अमेरिकी कैदियों पर यह पहली बार प्रयोग किया गया है। केनेथ स्मिथ को 1988 में हुए एक मर्डर के मामले में दोषी ठहराया गया था, जिसे बीते शुक्रवार को नाइट्रोजन गैस देकर मारा गया।
अमेरिका में पहली बार किसे दिया गया नाइट्रोजन
अलबामा में नाइट्रोजन गैस का उपयोग करके अमेरिका में मौत की सजा पाने वाले कैदी को पहली बार डेथ पेनाल्टी दी गई है। यह अप्रचलित प्रक्रिया है जिसके बारे में कैदी के वकीलों ने तर्क दिया था कि यह क्रूर और असामान्य है। किसी को भी इस तरह से फांसी की सजा नहीं दी जानी चाहिए। वकीलों ने कहा था कि यह अमेरिकी संविधान में भी प्रतिबंधित है। 58 वर्षीय केनेथ स्मिथ को अलबामा जेल में गुरुवार शाम 8.25 बजे मृत घोषित कर दिया गया। उनके चेहरे पर मास्क के माध्यम से शुद्ध नाइट्रोजन गैस दिया गया, जिससे सांस लेने के बाद ऑक्सीजन की कमी हो गई थी और केनेथ की मौत हो गई।
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