
Pakistan terror networks: 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुआ आतंकी हमले के बाद भारत की सेना और सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। इस बीच भारत की खुफिया एजेंसियों ने पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूहों जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) और लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) पर एक विस्तृत डोजियर तैयार किया है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार डोजियर में बताया गया है कि आतंकी संगठनों की कमान किसके पास है। कौन बड़े पदों पर है। किस तरह इन्हें पैसे मिल रहे हैं। डोजियर के अनुसार, मौलाना मसूद अजहर जैश-ए-मोहम्मद में सर्वोच्च पद (अमीर) पर है। मोहम्मद हसन जैश-ए-मोहम्मद का प्रवक्ता है।
जैश-ए-मोहम्मद का ढांचा
डोजियर में बताया गया है कि POK में जैश-ए-मोहम्मद का ठिकाना कहां-कहां है। कहां भारत विरोधी गतिविधियों के लिए रणनीति बनाई जाती है। इन संगठनों में लॉन्च कमांडर की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है। वह भारत में घुसपैठ और आतंकियों की ट्रेनिंग के लिए जिम्मेदार होता है। मौलाना मुफ्ती मोहम्मद असगर उर्फ साद बाबा जैश का मुख्य लॉन्च कमांडर है। वह पहले हरकत-उल-मुजाहिदीन का सदस्य था।
हाफिज मोहम्मद सईद: प्रमुख
हाफिज सईद ने धीरे-धीरे संगठन के नेतृत्व की जिम्मेदारियों को अपने बेटे तल्हा सईद को सौंपना शुरू कर दिया है। तल्हा अब इसके संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
जकीउर रहमान लखवी: ऑपरेशन चीफ
जकीउर रहमान लखवी लश्कर-ए-तैयबा का ऑपरेशनल कमांडर है। वह 2008 के मुंबई हमलों का मुख्य मास्टरमाइंड है। हमलों के बाद उसे गिरफ्तार किया गया था, लेकिन 2015 में जमानत पर रिहा कर दिया गया। 2021 में उसे 15 साल जेल की सजा सुनाई गई।
साजिद मीर उर्फ सैफुल्लाह साजिद जाट - 2008 के मुंबई हमलों का मुख्य मास्टरमाइंड है। वह फरार है। FBI की मोस्ट वांटेड लिस्ट में है।
मोहम्मद याह्या मुजाहिद - लश्कर-ए-तैयबा के मीडिया विभाग का प्रमुख और इसका प्रवक्ता है।
हाजी मोहम्मद अशरफ - लश्कर-ए-तैयबा का वित्त प्रमुख है। इसका काम पैसे की व्यवस्था करना है।
आरिफ कासमानी - बाहरी संपर्कों का समन्वयक है। इसे अल-कायदा सहित अन्य आतंकवादी संगठनों के साथ संबंध स्थापित करने का काम सौंपा गया है।
जफर इकबाल - लश्कर-ए-तैयबा का सह-संस्थापक है।
जमात-उद-दावा (JuD)- लश्कर-ए-तैयबा का सार्वजनिक चेहरा है। संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका ने इसे आतंकवादी संगठन घोषित किया है।
फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (FIF), अल मदीना और ऐसर फाउंडेशन - इन समूहों की स्थापना JuD पर लगाए गए प्रतिबंधों को दरकिनार करने के लिए की गई थी। वे वही गतिविधियां जारी रखे हुए हैं जो पहले JuD द्वारा की जाती थीं।
मिल्ली मुस्लिम लीग (MML)- लश्कर-ए-तैयबा की राजनीतिक शाखा है। इसे पाकिस्तान के राजनीतिक क्षेत्र में अपना प्रभाव बढ़ाने के लिए बनाया गया था। अमेरिका ने भी MML पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसे लश्कर का मुखौटा संगठन करार दिया है।
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