वर्ल्ड डेस्क। पेजर धमाकों से लेबनान के लोग सहमे हुए हैं। इन विस्फोटों में 12 लोग मारे गए और 2800 से अधिक घायल हो गए। इस मामले में एक महिला का नाम सुर्खियों में है। ये हैं 49 साल की क्रिस्टियाना बार्सोनी-आर्किडियाकोनो।
क्रिस्टियाना इतालवी-हंगेरियन है। वह BAC कंसल्टिंग कंपनी की CEO हैं। इसी कंपनी ने लेबनान में पेजर की सप्लाई की थी, जिनमें धमाके हुए हैं। क्रिस्टियाना फिजिक्स में PhD हैं। वह सात भाषाएं बहुत अच्छी तरह जानती हैं। उन्होंने अफ्रीका और यूरोप में मानवीय कार्य भी किए हैं। उनकी कंपनी ने ताइवानी निर्माता गोल्ड अपोलो से पेजर के डिजाइन का लाइसेंस लिया था।
क्रिस्टियाना ने इस मामले में NBC न्यूज को कहा, "मैं सिर्फ मध्यस्थ हूं। पेजर बनाने में हमारी कोई भागीदारी नहीं है।" इस बयान के बाद से वह अंडरग्राउंड हो गईं हैं। वहीं, हंगरी सरकार ने स्पष्ट किया कि बीएसी कंसल्टिंग केवल एक व्यापारिक मध्यस्थ है और हंगरी में इसकी कोई फैक्ट्री नहीं है।
पेजर धमाके से जुड़ा केरल के रिनसन जोस का नाम
इस बीच, केरल के 37 साल के रिनसन जोस का नाम पेजर धमाकों से जुड़ा है। उनकी बल्गेरियाई कंपनी भी जांच के दायरे में हैं। मूल रूप से वायनाड से आने वाले जोस नॉर्वे के नागरिक बन गए हैं। वह नॉर्टा ग्लोबल लिमिटेड से जुड़े हैं। इस कंपनी को अप्रैल 2022 में पंजीकृत किया गया था। रिपोर्टों के अनुसार कंपनी को नॉर्टालिंक का एक शेल माना जाता है। नॉर्टालिंक एक आईटी सेवा और परामर्श फर्म है। जोस ने पांडिचेरी यूनिवर्सिटी से एमबीए और ओस्लो मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी से अंतरराष्ट्रीय सामाजिक कल्याण और स्वास्थ्य नीति में मास्टर डिग्री प्राप्त की है।
कहा जा रहा है कि वह हाल ही में अमेरिका गया था। रिपोर्ट्स के अनुसार नॉर्टा ग्लोबल से जुड़े लगभग 1.6 मिलियन यूरो बुल्गारिया के माध्यम से हंगरी में ट्रांसफर किए गए थे। कहा जा रहा है कि लेबनान में हुई घटनाओं से इस लेनदेन के रिश्ते हैं। बुल्गारिया की सुरक्षा एजेंसी ने बताया है कि उनके देश में पेजर से जुड़ी कोई भी सीमा शुल्क कार्रवाई नहीं हुई। बता दें कि कथित तौर पर इजरायल की जासूसी एजेंसी मोसाद द्वारा कराए गए पेजर विस्फोटों की दुनियाभर में निंदा हुआ है।
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