साल 2012 के वीभत्स निर्भया सामूहिक दुष्कर्म मामले की जांच करने वाली भारतीय महिला पुलिस अधिकारी छाया शर्मा को महिला पुलिस अधिकारियों की भूमिका को पुन: परिभाषित करने के लिए छह अन्य लोगों के साथ 2019 के एशिया सोसायटी गेम चेंजर्स पुरस्कार के लिए चुना गया है।
न्यूयॉर्क. साल 2012 के वीभत्स निर्भया सामूहिक दुष्कर्म मामले की जांच करने वाली भारतीय महिला पुलिस अधिकारी छाया शर्मा को महिला पुलिस अधिकारियों की भूमिका को पुन: परिभाषित करने के लिए छह अन्य लोगों के साथ 2019 के एशिया सोसायटी गेम चेंजर्स पुरस्कार के लिए चुना गया है। न्यूयॉर्क के अग्रणी सांस्कृतिक संगठन एशिया सोसायटी ने यहां बुधवार को पुरस्कारों की घोषणा की। यह पुरस्कार अगले महीने एक विशेष समारोह में प्रदान किया जाएगा। एशिया सोसायटी वैश्विक संदर्भ में एशिया और अमेरिका के लोगों, नेताओं और संस्थानों के बीच आपसी समझ को बढ़ावा देने और साझेदारी मजबूत करने के क्षेत्र में एक प्रमुख शैक्षिक संगठन है। भारत के राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की उप महानिरीक्षक शर्मा भी पुरस्कार पाने वाले लोगों में शामिल हैं।
मार्शल आर्ट्स की अपनी कला का इस्तेमाल करने वाले और अपने सामाजिक एवं मानवीय कार्यों के लिए पहचाने जाने वाले भारत और नेपाल के बौद्ध भिक्षुणियों के समूह कुंग फू नन्स को भी इस पुरस्कार के लिए चुना गया है। शर्मा को पुरस्कार देने की घोषणा करते हुए एशिया सोसायटी ने कहा कि छाया शर्मा ने दिल्ली सामूहिक दुष्कर्म मामले समेत भारत में कई हाई-प्रोफाइल अपराधों की जांच की। निर्भया सामूहिक दुष्कर्म मामले पर इस साल एक टेलीविजन सीरीज भी बनी। उन्होंने भारत में पुलिस के काम और महिला पुलिसकर्मियों की भूमिकाओं को परिवर्तित कर दिया।
अधिकारी के लिए अपने प्रोफाइल में संगठन ने कहा कि उस समय दक्षिण दिल्ली की पुलिस उपायुक्त ने 16 दिसंबर 2012 को 23 वर्षीय मेडिकल छात्रा के सामूहिक दुष्कर्म की तड़के खबर मिलने के बाद फौरन कार्रवाई की। उन्हें मानवाधिकारों की आजीवन संरक्षक बताते हुए एशिया सोसायटी ने कहा कि शर्मा ने अपने अधिकारियों का पीड़िताओं से उनकी पृष्ठभूमि पर विचार किए बिना पूरे सम्मान के साथ बर्ताव करने में मार्गदर्शन किया।
यह सम्मान पाने वाले अन्य लोगों में जापान के तोक्यो की पहली महिला गवर्नर युरिको कोइको, चीन में 25 अरब डॉलर की यात्रा कंपनी सीट्रिप की प्रमुख जेन जी सन और पश्चिम एशिया तथा दुनियाभर में सांस्कृतिक समझ को बढ़ावा देने वाली संयुक्त अरब अमीरात की शेख हूर अल कासिमी शामिल हैं।
(नोट- यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)