यमन के हूती विद्रोहियों (Houthi Rebels) ने लाल सागर से एक जहाज को अपने कब्जे में ले रखा है। जहाज संयुक्त अरब अमीरात (United Arab Emirates) का बताया जाता है। इस पर 11 लोग सवार हैं, जिनमें 7 भारतीय क्रू मेंबर हैं। उनकी सुरक्षित रिहाई के लिए भारत सरकार एक्टिव हो गई है।
यमन (Yemen). यहां के हूती विद्रोहियों(Houthi Rebels) के कब्जे में आए एक जहाज में 7 भारतीय फंस गए हैं। उनकी सुरक्षित रिहाई के लिए भारत सरकार सक्रिय हो गई है। यमन के इन हूती विद्रोहियों ने लाल सागर से रवाबी नामक जहाज पर कब्जा किया हुआ है। यह जहाज संयुक्त अरब अमीरात (United Arab Emirates) का बताया जाता है। इस पर 11 लोग सवार हैं, जिनमें 7 भारतीय क्रू मेंबर हैं। इसकी जानकारी भारतीय विदेश मंत्रालय(Indian Ministry of External Affairs) ने दी है। विद्रोहियों ने 2 जनवरी से यह जहाज अपने कब्जे में ले रखा है। जहाज यमन में होदेइदाह बंदरगाह के पास खड़ा है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बाग्ची(Arindam Bagchi) ने कहा कि सभी भारतीयों की सुरक्षित रिहाई के लिए उचित कदम उठाए जा रहे हैं।
सभी भारतीय सुरक्षित
अरिंदम बाग्ची(Arindam Bagchi) ने बताया कि हूतियों ने 2 जनवरी से यूएई के इस जहाज को कब्जे में ले रखा है। भारत सरकार इस मामले पर करीब से नजर बनाए हुए है। बाग्ची ने कहा कि भारत सरकार जहाज का संचालन करने वाली कंपनी के संपर्क में है। उन्हें इस बारे में अवगत करा दिया गया है कि जहाज पर 7 भारतीय भी हैं। बाग्ची ने बताया कि कंपनी के सूत्रों के हवाले से पता चला है कि सभी भारतीय सुरक्षित हैं। भारत सरकार जल्द इनकी रिहाई करा लेगी। बाग्ची ने कहा कि भारत सरकार ने हूतियों से सभी भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा है।
यमन में चल रहा युद्ध
इस समय यमन में संघर्ष छिड़ा हुआ है। विदेश मंत्रालय ने इस पर चिंता जताते हुए कहा कि उम्मीद की जाती है कि सभी पक्ष शांतिपूर्ण तरीके से समस्या का समाधान निकालेंगे। उधर, संयुक्त राष्ट्र में संयुक्त अरब अमीरात की स्थायी प्रतिनिधि लाना नुसीबेह ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (United Nations Security Council) को चिट्ठी लिखी है। इसमें बताया गया कि जहाज पर 7 भारतीयों के अलावा 5 क्रू मेंबर इथियोपिया, इंडोनेशिया, म्यांमार और फिलीपींस से हैं।
यह है लड़ाई की वजह
UAE सऊदी अरब के नेतृत्व वाले सैन्य गठबंधन का हिस्सा है। यह यमन में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार की बहाली के लिए हूती विद्रोहियों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है। यह लड़ाई मार्च 2015 से चली आ रही है। हूती ने यमन के बड़े हिस्से पर अपना कब्जा जमा रखा है। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल इस लड़ाई में 3.70 लाख लोग मारे गए। नुसीबेह ने कहा कि हूतियों ने अंतर्राष्ट्रीय कानून के मौलिक प्रावधानों का उल्लंघन किया है। बता दें कि रवाबी नागरिक मालवाहक जहाज है। इसे सऊदी की कंपनी ने पट्टे पर लिया है। हूतियों को ईरान समर्थित हूती संगठनों का साथ मिला हुआ है। हूतियों ने यह जहाज इसलिए अपने कब्जे में लिया, क्योंकि वो यमन के जलक्षेत्र में था। हूतियों ने दावा किया है कि जहाज पर सैन्य हथियार भी हैं।
यमन के बारे में
यमन अरब प्रायद्वीप के दक्षिणी सिरे पर मध्य-पूर्व एशिया में स्थित एक देश है। यह सऊदी अरब और ओमान के सीमाओं से जुड़ा हुआ है। 11वीं शताब्दी के दौरान मिस्र के सुन्नी खलीफा द्वारा यमन के अधिकाश भागों पर कब्जा कर लिया गया था। 16वीं शताब्दी के बाद फिर 19वीं शताब्दी में यमन ओटोमन साम्राज्य का हिस्सा था और कुछ ऐसे समय भी था, जिसमें यमन पूरी तरह इमामों के नियंत्रण में था। 1918 में यमन ओटोमन के कब्जे से आजाद हो गया और तभी से यमन के आधुनिक इतिहास की शुरुआत होती है।
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