सार

पांच राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां चरम पर हैं। सभी पार्टियों ने अपनी-अपनी ताकत झोंक दी है। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को असम के बोकाखाट में रैली को संबोधित करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर प्रहार किया। मोदी ने कहा कि असम में फिर से NDA की सरकार बनेगी। मोदी ने कांग्रेस के वादों को छलावा बताया।
 

गुवाहटी/कोलकाता. पांच राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा अपने चरम पर है। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को असम के बोकाखाट में रैली को संबोधित करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर प्रहार किया। मोदी ने कहा कि असम में फिर से NDA की सरकार बनेगी। मोदी ने कांग्रेस के वादों को छलावा बताया। असम के बाद मोदी पश्चिम बंगाल में रैली करने करेंगे।

बोकाखाट में बोले मोदी

  • कांग्रेस भरोसे लायक नहीं, कांग्रेस में परिवाद, कांग्रेस का खजाना खाली है। उसे भरने के लिए सत्ता चाहिए। कांग्रेस विकास नहीं चाहती। आपको याद रखना है- कांग्रेस मतलब झूठे घोषणापत्र की गारंटी। कांग्रेस मतलब कंफ्यूजन की गारंटी। कांग्रेस मतलब अस्थिरता की गारंटी। कांग्रेस मतलब, बम, बंदूक और ब्लॉकेड की गारंटी। कांग्रेस मतलब हिंसा और अलगाववाद की गारंटी। कांग्रेस मतलब भ्रष्टाचार की गारंटी, घोटालों की गारंटी। 
    50 साल से ज्यादा असम पर राज करने वाले लोग आजकल असम को पांच गारंटी दे रहे हैं। असम के लोग इनकी रग-रग से वाकिफ हैं। इन लोगों को झूठे वायदे करने की, झूठे घोषणापत्र बनाने की आदत पड़ गई है।
  • मोदी ने कांग्रेस पर तंज कंसा-कांग्रेस का झारखंड, बिहार और महाराष्ट्र में जिनके साथ गठबंधन है, वो पश्चिम बंगाल में उनके खिलाफ प्रचार कर रहे हैं। केरल में लेफ्ट को गाली देते हैं, पश्चिम बंगाल में कुर्सी की आस में गले लगाते हैं।
  • अब ये तय हो गया है असम में दूसरी बार भाजपा सरकार। असम में दूसरी बार NDA सरकार। असम में दूसरी बार डबल इंजन की सरकार।
  • एनडीए सरकार ने गैंडों के शिकारियों को जेलों में डाला है। हम जानवरों की सुरक्षा के साथ-साथ असम के लोगों की सुविधाओं के लिए भी काम कर रहे हैं। काजीरंगा सहित हमारे तमाम अभ्यारण्य, हमारे वनक्षेत्र, हमारी धरोहर भी हैं, पर्यावरण के प्रति हमारी जिम्मेदारी भी हैं और रोजी रोटी के साधन भी हैं। मुझे खुशी है कि बीते 5 साल में असम में वनक्षेत्र में वृद्धि हुई है।
    आज मैं यहां बैठी हमारी सभी माताओं, बहनों, बेटियों को आदरपूर्वक कह सकता हूं कि आपने जिस जिम्मेदारी और जिन उम्मीदों के साथ भाजपा की सरकार चुनी थी, उसे पूरा करने हमने जी-जान से मेहनत की है।
    कांग्रेस राज में सवाल था कि ब्रह्मपुत्र के दोनों किनारों के बीच कनेक्टिविटी कैस हो?‌ NDA के कार्यकाल में आधुनिक पुल बन रहे हैं। पुराने और अधूरे पुलों को पूरा किया जा रहा है।
  • असम में पेट्रोलियम और इससे जुड़े उद्योग एक बहुत बड़ी ताकत हैं। कांग्रेस दशकों तक इस सामर्थ्य के ऊपर बैठी रही। पिछले 6 साल में तेल और गैस के सेक्टर में असम में 40 हजार करोड़ रुपए का निवेश हुआ है। 90 साल पहले अंग्रेजों ने एक कानून बनाकर बैंबू को वृक्ष की कैटेगरी में डाल दिया था। ये कानून प्राइवेट जमीन पर बैंबू उगाने, उनके परिवहन को रोकते थे। आजादी के 70 साल तक ये कानून चला।
  • कांग्रेस के राज में सवाल था कि दशकों से अशांत असम में कभी शांति आएगी क्या? NDA के काल में असम में शांति और स्थिरता दोनों आई है।
    कोरोना काल के दौरान सरकार ने महिलाओं के खाते में पैसे भेजे और एलपीजी सिलेंडर की व्यवस्था की, ताकि आपको घर चलाने में दिक्कत ना हो।
    बोकाघाट समेत ये पूरा इलाका शक्ति के स्थल के रूप में जाना जाता है। इन सभी स्थानों पर मैंने माताओं और बहनों से परिवर्तन का आग्रह किया था। इसी के कारण यहां बीजेपी की सरकार बनी।

असम में चुनाव
असम की 126 विधानसभा सीटों के लिए तीन चरणों में चुनाव होना है। पहले चरण के लिए 27 मार्च का वोटिंग होगी। इसमें 47 सीटें हैं। दूसरे चरण में 39 सीटों पर एक अप्रैल का वोट डाले जाएंगे। तीसरे और अंतिम चरण में 40 सीटों के लिए 6 अप्रैल को वोटिंग होगी। सभी की गिनती अन्य चार राज्यों-पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी के साथ 2 मई को होगी। असम में विधानसभा का कार्यकाल 31 मई को खत्म हो रहा है। 2016 में हुए चुनाव में भाजपा ने 15 साल से यहां सत्तारूढ़ कांग्रेस को शिकस्त दी थी। तब भाजपा को 86 सीटें मिली थीं।

पश्चिम बंगाल में चुनाव
बता दें कि बंगाल की 294 सीटों के लिए 8 चरणों में वोटिंग होगी। पहले चरण में  294 में से 30 सीटों पर 27 मार्च को वोट डाले जाएंगे। दूसरे चरण में 30 सीटों पर एक अप्रैल को, तीसरे चरण में 31 सीटों पर 6 अप्रैल को, चौथे चरण में 44 सीटों पर 10 अप्रैल को, पांचवे चरण में 45 सीटों पर 17 अप्रैल को, छठे चरण में 43 सीटों पर 22 अप्रैल को, सातवें चरण में 36 सीटों पर 26 अप्रैल को और आठवें चरण में 35 सीटों पर 29 अप्रैल को वोटिंग होगी।