सार
एंटीलिया केस में मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के आरोप के बाद विवादों में घिरी महाराष्ट्र सरकार के लिए एक औैर चौंकाने वाला सदमा लगा है। अब महाराष्ट्र के सबसे सीनियर IPS अधिकारी संजय पांडे ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर परमबीर सिंह पर एक ADG देवेन भारती के खिलाफ जांच में गवाहों को धमकाने के आरोप लगाकर सनसनी फैला दी है।
मुंबई. एंटीलिया केस के चलते विवादों में घिरी महाराष्ट्र सरकार के सामने एक नई चुनौती सामने आई है। महाराष्ट्र के सीनियर IPS अधिकारी संजय पांडे ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर मुंबई पुलिस के कमिश्नर पद से हटाए गए परमबीर सिंह पर एक एडीजे देवेन भारती के केस में गवाहों को धमकाने का आरोप लगाया है। अतिरिक्त सचिव ने इस मामले में जांच रुकवा दी थी। इस पत्र में विस्तार से बताया गया है कि मुंबई पुलिस कैसे काम कर रही है। फिल्म शूल में मनोज वाजपेयी ने संजय पांडे का किरदार निभाया था।
यह है मामला...
1986 बैच के आईपीएस अधिकारी संजय पांडे ने बताया कि गृहमंत्री अनिल देशमुख ने एडीजे देवेन भारती के खिलाफ मिलीं शिकायतों की जांच का जिम्मा उन्हें सौंपा था। उन्होंने जब रिपोर्ट सम्मिट की, तब मुख्यमंत्री ने खुद उनकी तारीफ की थी। शरद पवार को भी यह बात मालूम थी। लेकिन परमबीर सिंह ने मुख्य सचिव संजय कुमार के आदेश पर यह जांच बीच में रुकवा दी। इसकी जानकारी मीटिंग में उन्होंने दी थी।
देवेन भारती की कहानी..
देवेन भारती मुंबई में कानून एवं व्यवस्था (लॉ एंड ऑर्डर) के संयुक्त पुलिस कमिश्नर (ज्वाइंट सीपी) के रूप में लंबे समय तक रहे हैं। 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी भारती अप्रैल 2015 से 15 मई 2019 तक इस पद पर रहे हैं। बाद में उन्हें एटीएस प्रमुख बना दिया गया था। फिर ADG पोस्ट पर भेजा गया। आमतौर पर इस पद पर 2 साल से ज्यादा किसी अधिकारी को नहीं रख जाता। अपने 4 पेज के पत्र में संजय पांडे ने लिखा कि उनसे जूनियर अधिकारियों को क्रीम पोस्ट देकर उन्हें आहत किया गया। बता दें कि संजय पांडे कानपुर आईआईटी के छात्र रहे हैं। उन्होंने 1993 के मुंबई दंगे में धारावी में तब के भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे को गिरफ्तार किया था। 2000 में जब पांडे ईओडब्ल्यू में डीसीपी थे, तब मुंडे राज्य में गृहमंत्री थे। चमड़ा घोटाले में जांच करने पर पांडे का ट्रांसफर कर दिया गया। तब पांडे ने पुलिस सेवा से इस्तीफा भी दे दिया था।
परमबीर सिंह की चिट्टी से मचा है बवाल
मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि गृह मंत्री अनिल देशमुख ने सचिन वझे को बार, रेस्तरां और अन्य जगहों से हर महीने 100 करोड़ रुपए इकट्ठा करने के लिए कहा था। चिट्ठी में परमबीर सिंह ने लिखा है, "गृहमंत्री देशमुख ने सचिन वझे को कई बार अपने बंगले पर बुलाया। फंड कलेक्ट करने का आदेश दिया। इस दौरान उनके पर्सनल सेक्रेटरी मिस्टर पलांडे भी वहां मौजूद थे। मैंने इस मामले को डिप्टी चीफ मिनिस्टर और एनसीपी चीफ शरद पवार को भी ब्रीफ किया।"
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