सार

देवेंद्र फडणवीस ने कहा, मुंबई की पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने पत्र के माध्यम से जो आरोप लगाए हैं वो गंभीर हैं... महाराष्ट्र के गृह मंत्री को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए या मुख्यमंत्री को उन्हें हटाना चाहिए।
 

मुंबई. मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने गृहमंत्री अनिल देशमुख पर हर महीने 100 करोड़ रुपए वसूली का टारगेट देने का आरोप लगाया। जैसे ही ये खबर बाहर आई, महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल सा आ गया है। पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने तो कहा कि गृहमंत्री को अब इस्तीफा दे देना चाहिए।

देवेंद्र फडणवीस ने कहा, मुंबई की पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने पत्र के माध्यम से जो आरोप लगाए हैं वो गंभीर हैं... महाराष्ट्र के गृह मंत्री को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए या मुख्यमंत्री को उन्हें हटाना चाहिए।

"केंद्रीय एजेंसी करे पूरी जांच"
उन्होंने कहा, इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। केंद्रीय एजेंसी इसकी जांच करें। अगर राज्य सरकार को लगता है कि हमें केंद्रीय एजेंसी से जांच नहीं करानी तो कोर्ट मॉनिटर इंक्वायरी होनी चाहिए। 

गृहमंत्री देशमुख ने दी सफाई
पूर्व कमिश्नर के आरोप पर गृहमंत्री अनिल देशमुख ने सफाई दी। उन्होंने ट्वीट कर कहा, परमबीर सिंह ने खुद को बचाने के लिए झूठे आरोप लगाए हैं। मुकेश अंबानी और मनसुख हिरेन के मामले में सचिन वझे की संलिप्तता सामने आई है। जो अब तक की गई जांच से स्पष्ट हो रहा है और श्री सिंह तक सूत्र भी पहुंच रहे हैं।

चिट्ठी में क्या-क्या लिखा गया है?
मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि गृह मंत्री अनिल देशमुख ने सचिन वझे को बार, रेस्तरां और अन्य जगहों से हर महीने 100 करोड़ रुपए इकट्ठा करने के लिए कहा था। चिट्ठी में परमबीर सिंह ने लिखा है, "गृहमंत्री देशमुख ने सचिन वझे को कई बार अपने बंगले पर बुलाया। फंड कलेक्ट करने का आदेश दिया। इस दौरान उनके पर्सनल सेक्रेटरी मिस्टर पलांडे भी वहां मौजूद थे। मैंने इस मामले को डिप्टी चीफ मिनिस्टर और एनसीपी चीफ शरद पवार को भी ब्रीफ किया।"