सार

अग्निपथ स्कीम के विरोध में देश के कई राज्यों में बवाल मचा हुआ है। लेकिन बिहार में यह हिंसा बहुत तेज  है। यहां युवाओं का आक्रोश थमता नजर नहीं आ रहा। बताया जा रहा है कि युवाओं का भड़काने काम पटना के कोचिंग टीचर गुरू रहमान ने किया था। जिसकी तलाश पुलिस कर रही है।

पटना. केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना का विरोध वैसे तो पूरे देशभर में हो रहा है। लेकिन बिहार में अग्निपथ पर उग्र प्रदर्शन हो रहा है। जहां युवा इस कदर भड़के हुए हैं कि सरकार की करोड़ों की संपत्ति को जलाकर राख कर दिया। चार दिन होने बाद भी आज फिर  20 जिलों में  इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है। वहीं इस मामले में प्रदेश के कोचिंग संस्थानों और उनके शिक्षकों की भूमिका पर सवाल उठने लगे हैं। इसी बीच पटना की मशहूर कोचिंग के टीचर शिक्षक गुरु एम.रहमान के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस ने उसको गिरफ्तार करने लिए कोचिंग और घर पर छापा मारा, लेकिन वह पहले ही फरार हो गया। 

अग्निपथ के खिलाफ हुई हिंसा का मास्टर माइंड क्यों है रहमान?
बताया जा रहा है कि गुरु रहमान पटना और अन्य जिलों में अग्निपथ के खिलाफ हुई हिंसा का मास्टर माइंड है। उस पर कोचिंग  छात्रों को भड़काने के आरोप है। उसके ही कहने पर युवाओं ने तोड़फोड़ की और ट्रेनों में आग लगाई। पुलिस ने सोमवार को रहमान की कोचिंग और घर पर छापेमारी की। हालांकि रहमान पुलिस को नहीं मिला। रहमान ने मोदी सरकार की योजना का विरोध करते हुए कहा था आत्मनिर्भर बनाने के नाम पर देश के युवाओं को गुमराह किया जा रहा है। प्रशासन के समझाने से बच्चे मानने वाले नहीं हैं। सब बुढ़ापे तक एमपी, एमएल बने हुए हैं उनके लिये कोई नियम नहीं है। सारे नियम बेरोजगार युवाओं के लिए बनाए जा रहे हैं। इस बयान के बाद युवा सड़क पर उतर गए थे।

कई स्टूडेंट को बन चुके आईएएस और आईपीएस अफसर
बता दें कि  41 साल गुरु रहमान बिहार में जाना पहचाना नाम है, उनके पास कोचिंग लेने के लिए हर छात्र की ख्वाहिश रहती है। बताया जाता है कि वह महज 11 रुपए की फीस में छात्रों को पढ़ाते हैं। उन्होंने सैकड़ों गरीब कन्याओं की शादी भी कराई है। उनके पढ़ाए हजारों छात्र  प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल हो चुके हैं। कई स्टूडेंट को वह आईएएस और आईपीएस अधिकारी बना चुके हैं।

बेस्ट शिक्षक का अवॉर्ड भी मिल चुका है...
गुरु रहमान मूल रुप से बिहार के सारण जिले के रहने वाले हैं। 10 जनवरी, 1974 को बसंतपुर गांव में उनका जन्म हुआ था। उन्होंने शुरूआती पढ़ाई सारण से पूरी की, वहीं उन्होंने बनारस हिंदी यूनिवर्सिी बीएचयू से प्राचीन इतिहास में स्नातक और पुरातत्व में मास्टर्स की डिग्री ली है। इससे बाद वह रहमान ने यूपीपीएससी की तैयारी की, दो बार इंटरव्यू तक पहुंचे, लेकिन सिलेक्ट नहीं हो सके। इसके बाद उन्होंने बाद उन्होंने पटना में छात्रों की कोचिंग देना शुरू कर दिया। इसके अलावा वह पटना यूनिवर्सिटी में भी पढ़ाना शुरू किया। उन्हें यूजीसी की तरफ से बेस्ट शिक्षक का अवॉर्ड भी मिल चुका है।