सार
बिहार विधानसभा चुनाव की सरगर्मी तेज हो गई है। सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी जमीन मजबूत करने में जुटी है। सीट बंटवारे पर अभी कुछ सहमति नहीं हुई है। लेकिन सभी पार्टियां अपना-अपना दावा ठोंक रही है।
पटना। बिहार विधानसभा 2015 में मात्र दो सीटों पर जीत दर्ज करने वाली लोक जनशक्ति पार्टी 2020 के विधानसभा चुनाव में 119 सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा ठोक रही है। पार्टी की ओर से ये दावा युवा प्रदेश उपाध्यक्ष सह सचिव यूसुफ सलाउद्दीन ने की। 14 अप्रैल को पटना में लोजपा की ओर से आयोजित होने वाली बिहार फर्स्ट रैली के लिए अररिया में कार्यकर्ताओं को संबोधित करने पहुंचे यूसुफ सलाउद्दीन ने उक्त दावा ठोका। बता दें कि कुछ दिनों पहले ही लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने बिहार फर्स्ट नामक रैली निकालने की घोषणा की है।
42 पर लड़े, मात्र दो सीटों पर मिली जीत
उल्लेखनीय हो कि साल 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में लोजपा ने बिहार की 243 सीटों में से 42 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए थे। इसमें मात्र दो ने जीत हासिल की थी। जबकि बाकी के सभी प्रत्याशी चुनावी समर में औंधे मुंह गिरे थे। पार्टी की ओर से चुनाव लड़ रहे राजू तिवारी ने गोविंदगंज से और लालगंज से राज कुमार साह ने जीत हासिल की थी। इस चुनाव में पार्टी का वोट शेयर मात्र 4 फीदसी ही रहा था। ऐसे में 119 से पार्टी कितनी सीटों पर विजय हासिल करते ये तो वक्त ही बताएगा।
2015 में राजद के साथ था जदयू
पार्टी नेता ने 119 सीटों का दावा तो ठोक दिया है। लेकिन देखने वाली बात होगी एनडीए गठबंधन लोजपा की कितनी सीटें देती है। बताते चले कि 2015 में भाजपा ने लोजपा के साथ चुनाव लड़ी थी जबकि जदयू और राजद एक साथ चुनावी मैदान में उतरे थे। 2014 में नरेंद्र मोदी को चुनाव अभियान का कमान मिलने के बाद जदूय ने गठबंधन तोड़ दिया था। 2015 में राजद और जदयू ने मिलकर सरकार भी बनाई लेकिन कुछ महीनों बाद ये बेमेल गठबंधन टूट गया। जिसके बाद जदयू, भाजपा और लोजपा मिलकर बिहार में सत्ता चला रही है।
अक्टूबर-नवंबर में होगा बिहार विधानसभा चुनाव
पिछली बार जदयू के साथ नहीं रहने से भाजपा ने लोजपा को 42 सीटें दे दी थी। लेकिन इस बार एनडीए में तीनों दलें साथ है। ऐसे में लोजपा को कितनी सीटें मिलेगी ये देखने वाली बात होगी। बिहार में विधानसभा चुनाव अक्टूबर नवंबर में होना है। जिसके लिए सभी पार्टियां अपनी तैयारी में जुट चुकी है। विशेषज्ञों के अनुसार सीट बंटवारे के मुद्दे पर एनडीए के साथ-साथ महागठबंधन में भी रार होने की