सार
पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी पर भारत-चीन के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद चीनी सामानों को इंडिया में बैन करने की मांग उठने लगी। लोगों ने गुस्से में आकर चीन के सामानों को बहिष्कार करना शुरू कर दिया। ऐसे में भारत सरकार ने टिक टॉक समेत चीन के 59 ऐप्स पर बैन लगा दिया।
मुंबई. पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी पर भारत-चीन के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद चीनी सामानों को इंडिया में बैन करने की मांग उठने लगी। लोगों ने गुस्से में आकर चीन के सामानों को बहिष्कार करना शुरू कर दिया। ऐसे में भारत सरकार ने टिक टॉक समेत चीन के 59 ऐप्स पर बैन लगा दिया। इसके बाद एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री से जुड़े कई सेलेब्स ने इस पर अपना-अपना रिएक्शन दिया और बैन पर खुशी जाहिर की है। मलाइका अरोड़ा, काम्या पंजाबी, निया शर्मा, कुशल टंडन और अन्य कई सितारों ने इसे लेकर सोशल मीडिया पर मैसेज लिखा।
मलाइका अरोड़ा
मलाइका अरोड़ा ने टीवी पर चल रही इस खबर का फोटो लेकर अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर शेयर किया। इसके साथ उन्होंने कैप्शन लिखा, 'लॉकडाउन के दौरान मुझे मिली सबसे अच्छी खबर... आखिरकार अब हमें लोगों के कॉमेडी वीडियो नहीं देखने पड़ेंगे।'
निया शर्मा
'जमाई राजा' और 'नागिन' जैसे शोज में काम कर रही एक्ट्रेस निया शर्मा ने ट्विटर पर इस खबर का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा, 'हमारे देश को बचाने के लिए आपका धन्यवाद। टिक टॉक नाम के इस वायरस को दोबारा कभी अनुमति नहीं मिलना चाहिए।'
काम्या पंजाबी
काम्या पंजाबी ने टिक टॉक बैन करने की खबर को ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा, 'शानदार प्रधानमंत्री कार्यालय। जबरदस्त खबर। #जय हिंद #बायकॉट चाइनीज प्रोडक्ट्स# बायकॉट चाइनीज ऐप्स।'
रश्मि देसाई
'उतरन' फेम एक्ट्रेस रश्मि देसाई ने इस बारे में एक वीडियो शेयर करते हुए सरकार के फैसले का समर्थन किया। वीडियो को शेयर करने के साथ ही उन्होंने लिखा, 'कृपया एकजुट रहें। क्या हम जिम्मेदार नागरिक बन सकते हैं और केवल दोष देने का खेल खेलने और एक-दूसरे को ट्रोल करने की बजाए क्या वर्तमान हालात में सरकार का समर्थन कर सकते हैं। #चलिए एकजुट बनें #भारत #सपोर्ट भारत #ये वक्त भी गुजर जाएगा।'
सुरक्षा के मद्देनजर टिक टॉक पर लगा है बैन
सरकार ने चीन के 59 ऐप्स पर सोमवार को बैन लगा दिया। इस लिस्ट में टिक टॉक, यूसी ब्राउजर, हेलो और शेयर इट जैसे ऐप्स शामिल हैं। सरकार ने इन पर बैन लगाते हुए सुरक्षा का हवाला दिया और कहा कि इन चाइनीज ऐप्स के सर्वर भारत से बाहर मौजूद हैं। इनके जरिए यूजर्स का डेटा चुराया जा रहा था। इनसे देश की सुरक्षा और एकता को भी खतरा था। इसी वजह से इन्हें बैन करने का फैसला लिया गया है।