सार
अडानी समूह (Adani Group) कर्ज में डूबे जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड के सीमेंट कारोबार को 606 मिलियन डॉलर में खरीदने के लिए बातचीत कर रहा है। अधिग्रहण अडानी समूह की हाल ही में अधिग्रहित सीमेंट इकाइयों में से एक द्वारा किया जाएगा।
नई दिल्ली। अरबपति गौतम अडानी (Adani Group) का अडानी समूह कर्ज में डूबे जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड के सीमेंट डिवीजन को 606 मिलियन डॉलर में खरीदने के लिए बात कर रहा है। इस डील से परिचित लोगों ने कहा है कि अडानी समूह सीमेंट पीसने वाली इकाई और अन्य संपत्तियों के लिए लगभग 50 अरब रुपए (606 मिलियन डॉलर) का भुगतान कर सकता है।
जयप्रकाश एसोसिएट्स ने कहा है कि उसके निदेशक मंडल ने कंपनी के सीमेंट कारोबार की बिक्री को अधिकृत किया था। संभावित खरीदार या कीमत अभी तय नहीं है। वहीं, ब्लूमबर्ग के अनुसार अधिग्रहण अडानी समूह के नए अधिग्रहीत सीमेंट डिवीजनों में से एक द्वारा किया जाएगा। इसकी घोषणा इस सप्ताह की शुरुआत में करने की योजना है।
भारत का दूसरा सबसे बड़ा सीमेंट निर्माता है अडानी समूह
यह सौदा होता है तो सीमेंट क्षेत्र में अडानी समूह की पकड़ मजबूत होगी। अडानी समूह ने मई में स्विट्जरलैंड की होल्सिम लिमिटेड से अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड और एसीसी लिमिटेड को खरीदा था। इससे रातोंरात अडानी समूह भारत का दूसरा सबसे बड़ा सीमेंट निर्माता बन गया था। समूह की वर्तमान क्षमता हर साल 67.5 मिलियन टन सीमेंट उत्पादन की है।
एशिया के सबसे धनी व्यक्ति हैं गौतम अडानी
अडानी समूह ने इस साल की शुरुआत में सीमेंट निर्माण क्षेत्र में प्रवेश किया था। इसने 10.5 अरब डॉलर में अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड और भारत में होल्सिम एजी के स्वामित्व वाली एसीसी सीमेंट कंपनियों को खरीद लिया था। गौतम अडानी एशिया के सबसे धनी व्यक्ति हैं। उनका अडानी समूह इन्फ्रास्ट्रक्चर और बिजली उत्पादन कारोबार को बढ़ा रहा है।
यह भी पढ़ें- एक ही दिन में गौतम अडानी ने गंवाए 17 हजार करोड़, मुकेश अंबानी समेत दुनिया के अमीरों को हुआ इतना घाटा
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार गौतम अडानी और उनका परिवार अक्षय ऊर्जा, बंदरगाहों और सीमेंट उद्योगों में विस्तार के लिए 10 बिलियन डॉलर जुटाने के लिए सिंगापुर के निवेश दिग्गज टेमासेक और जीआईसी सहित कई निवेशकों के साथ बातचीत कर रहे हैं। गौतम अडानी द्वारा दिए गए हालिया बयानों के अनुसार अधिकांश पैसा एनर्जी ट्रांसमिशन इंडस्ट्री पर खर्च किया जाएगा।
यह भी पढ़ें- Swiss Bank में भारतीय अकाउंट्स की डिटेल लिस्ट मिली, स्विटजरलैंड ने 101 देशों के 34 लाख अकाउंट्स किया शेयर