सार

LIC IPO: सरकार के पास सेबी को नए डॉक्युमेंट्स दाखिल किए बिना आईपीओ लॉन्च करने के लिए 12 मई तक का समय है। अगर आईपीओ अभी लॉन्च नहीं हुआ है तो इसे अगस्त या सितंबर तक के लिए टालना होगा क्योंकि अपडेटेड तिमाही नतीजों के साथ नए पेपर और वैल्यूएशन सेबी के पास दाखिल करना होगा।

LIC IPO: केंद्र सरकार इस सप्ताह भारतीय जीवन बीमा निगम के इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी एलआईसी आईपीओ की तारीख  पर जल्द फैसला लिया जा सकता है। एक अधिकारी ने कहा कि आईपीओ की तारीख पर फैसला इसी हफ्ते किया जाएगा। अधिकारी ने आगे कहा कि यह तय करना कठिन होगा कि रिटेल और डॉमेस्टिक इंवेस्टर्स की मांग को आगे बढ़ाया जाए या जियो पॉलिटिकल टेंशन कम होने और एफआईआई के बाजार में लौटने का इंतजार किया जाए।

12 मई तक है समय, वर्ना दोबारा होगा प्रोसेस
आईपीओ, जिसे मूल रूप से मार्च में लॉन्च करने की योजना थी, रूस-यूक्रेन संकट के कारण पटरी से उतर गया। सरकार के पास सेबी को नए डॉक्युमेंट्स दाखिल किए बिना आईपीओ लॉन्च करने के लिए 12 मई तक का समय है। अगर आईपीओ अभी लॉन्च नहीं हुआ है तो इसे अगस्त या सितंबर तक के लिए टालना होगा क्योंकि अपडेटेड तिमाही नतीजों के साथ नए पेपर और वैल्यूएशन सेबी के पास दाखिल करना होगा। एलआईसी के आईपीओ की सफलता सरकार के लिए अपने परिसंपत्ति बिक्री लक्ष्य को पूरा करने के लिए महत्वपूर्ण है, जिसे चालू वित्त वर्ष के लिए मामूली 65,000 करोड़ रुपए के लक्ष्य तक घटा दिया गया है।

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इतिहास का सबसे बड़ा आईपीओ होगा एलआईसी
5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने पर, एलआईसी आईपीओ भारतीय शेयर बाजार के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा होगा और एक बार सूचीबद्ध होने के बाद इसका मार्केट कैप आरआईएल और टीसीएस जैसी शीर्ष कंपनियों के बराबर होगा। अब तक भारत के इतिहास में देश का सबसे बड़ा आईपीओ पेटीएम का रहा है, जिसने 2021 में 18,300 करोड़ रुपए जुटाए थे। इसके बाद कोल इंडिया ने 2010 में लगभग 15,500 करोड़ रुपए और रिलायंस पावर ने 2008 11,700 करोड़ रुपए जुटाए थे।