सार
अतिरिक्त आय का उपयोग करके कर्ज चुकाना चाहिए या बचत शुरू करनी चाहिए?
कर्ज लेने वाला हर व्यक्ति यही चाहता है कि उसका कर्ज जल्द से जल्द चुका दिया जाए। कई बार वेतन वृद्धि जैसे मौकों पर लोग सोचते हैं कि EMI बढ़ाकर कर्ज जल्दी चुका दें। लेकिन तभी उन्हें याद आता है कि उनकी कोई बचत नहीं है। ऐसे में सवाल उठता है कि अतिरिक्त आय का उपयोग कर्ज चुकाने में करें या बचत शुरू करें। आइए इसे एक उदाहरण से समझते हैं।
मान लीजिए किसी व्यक्ति ने एक करोड़ रुपये का होम लोन लिया है, जिसकी EMI 86,000 रुपये है और लोन की अवधि 20 साल है। अब अगर उसे 24,000 रुपये की वेतन वृद्धि मिलती है, तो उसके पास दो विकल्प हैं - EMI बढ़ाकर कर्ज जल्दी चुकाना या निवेश शुरू करना। अगर वह EMI 86,000 रुपये से बढ़ाकर 1.1 लाख रुपये कर देता है, तो लोन की अवधि 20 साल से घटकर 13.75 साल हो जाएगी। इससे उसे ब्याज के रूप में 35 लाख रुपये की बचत भी होगी।
फायदे
- आर्थिक तनाव कम होता है
- ब्याज भुगतान में बचत
- बड़े आर्थिक बोझ से मुक्ति
नुकसान:
- निवेश से उच्च रिटर्न पाने का मौका गंवाना
अगर अतिरिक्त वेतन SIP में निवेश किया जाए तो?
अगर अतिरिक्त 24,000 रुपये को 12% सालाना रिटर्न देने वाले सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) में निवेश किया जाए, तो 17 साल में 1.6 करोड़ रुपये का कॉर्पस तैयार हो सकता है।
फायदे
- आपात स्थिति या अन्य वित्तीय जरूरतों के लिए धन जमा करना
- समय से पहले भुगतान से बचने वाले ब्याज से अधिक रिटर्न
- मुद्रास्फीति से अधिक रिटर्न
नुकसान:
- SIP शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव पर निर्भर करता है
हालांकि समय से पहले कर्ज चुकाने से मानसिक शांति मिलती है, लेकिन SIP में निवेश करने से लंबे समय में अधिक धन अर्जित किया जा सकता है।