सार
जर्मन चांसलर के साथ कई बड़ी कंपनियों के सीईओ भी भारत आए हुए हैं। दुनिया के ये दिग्गज जर्मन बिजनेस टाइकून्स, भारत में निवेश के अवसरों को भी तलाशेंगे।
German CEOs praises Make in India: जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज़ अपनी दो दिनी भारत यात्रा पर शनिवार को यहां पहुंचे। नई दिल्ली मं पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने जर्मन समकक्ष का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। दोनों राष्ट्राध्यक्षों के साथ नई दिल्ली में द्विपक्षीय संबंधों पर बातचीत भी होगी। जर्मन चांसलर के साथ कई बड़ी कंपनियों के सीईओ भी भारत आए हुए हैं। दुनिया के ये दिग्गज जर्मन बिजनेस टाइकून्स, भारत में निवेश के अवसरों को भी तलाशेंगे।
CEOs ने भारत में निवेश के माहौल को सराहा
जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज़ के साथ भारत पहुंचे जर्मनी के दिग्गज CEOs ने यहां निवेश के माहौल को खूब सराहा है। कई CEOs ने यहां निवेश करने का मन भी बनाया हुआ है।
हैबंग लॉयड के सीईओ रॉल्फ हेबेन यानसन ने कहा कि हम जानते हैं कि भारत अगले कुछ वर्षों में विकास करने जा रहा है और यहां निवेश करने का यह सही समय है। दुनिया को मेक इन इंडिया जैसी परियोजना की जरूरत है।
सीमेंस एजी के सीईओ व अध्यक्ष रोलैंड बुश ने कहा कि मेक इन इंडिया के तहत भारत में ग्रीन एनर्जी, बुनियादी ढांचे और हेल्थ केयर क्षेत्रों में निवेश करने की जबरदस्त गुंजाइश है। भारत में सबसे अधिक संख्या में युवा हैं और यहां डिजिटल कनेक्टिविटी भी है।
एसएफसी एनर्जी के सीईओ डॉ.पीटर पोडेसर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सोलर एनर्जी और ग्रीन हाइड्रोजन के लिए एक टेक्नोलॉजी प्लेटफार्म का निर्माण कर रहा है। ऐसी संभावना है कि भारत मैन्युफैक्चरिंग और इंजीनियरिंग फील्ड्स में भी बेहतर प्लेटफार्म बन सकता है।
डीएचएल ग्रुप के सीईओ डॉ टोबियास मेयर ने कहा कि हम भारत में वास्तविक क्षमता देख रहे हैं। डीएचएल भारत में 45 से अधिक वर्षों से काम कर रहा है। भारत हमारे लिए एक अच्छा बाजार है। हम यहां बाजार में तेजी से विकास देख रहे हैं।
एसएपी कंपनी के सीईओ क्रिश्चियन क्लेन ने कहा कि भारत सतत विकास में तेजी से शामिल है। कार्बन फ्री सप्लाई चेन बनाने वाला इकोसिस्टम इकोनॉमी के लिए उपयुक्त टेक्नोलॉजी का उपयोग चाहता है। क्लीन हाईड्रोजन के उपयोग में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
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