सार

अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने भारत में जल्द ही एक बड़े खुलासे का संकेत दिया है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट्स पहले भी कई कंपनियों को हिला चुकी हैं, जिनमें अडानी ग्रुप भी शामिल है।

बिजनेस डेस्क : अडानी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज पर बम फोड़ चुकी हिंडनबर्ग रिसर्च के एक ट्वीट से भारत में फिर हड़कंप मच गया है। अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) ने कहा कि भारत में बहुत जल्द कुछ बड़ा होने वाला है. हालांकि, अपने पोस्ट में उसने किसी कंपनी का नाम नहीं लिया है। नाथन एंडरसन (Nathan Anderson) की कंपनी के खुलासे से अब तक कई कंपनियां कंगाल हो चुकी हैं। इनमें से 10 पर सबसे ज्यादा कहर बरपा है। इसमें अडानी ग्रुप का भी नाम है। जिस पर एक साल पहले ही मनी लॉन्ड्रिंग और शेयर मैनिपुलेशन जैसे आरोप लगाए थे। ऐसे में चलिए जानते हैं आखिर हिंडनबर्ग कंपनी क्या काम करती है और इसकी रिपोर्ट से सबसे ज्यादा नुकसान उठाने वाली 10 कंपनियों के नाम...

हिंडनबर्ग कंपनी क्या काम करती है

नाथन एंडरसन की कंपनी हिंडनबर्ग शेयर मार्केट, इक्विटी, क्रेडिट और डेरिवेटिव्स पर रिसर्च करती है। इसके जरिए कंपनी पता करती है कि क्या शेयर मार्केट में कहीं गलत तरीके से पैसों की हेराफेरी तो नहीं हो रही है? कहीं बड़ी कंपनियां अपने फायदे के लिए मिसमैनेजमेंट तो नहीं फैला रही हैं? कोई कंपनी शेयर मार्केट में गलत तरीके से दूसरी कंपनियों के शेयर को बेट लगाकर नुकसान पहुंचाने का काम तो नहीं कर रही हैं? जब कंपनी का रिसर्च पूरा हो जाता है तो वह इसकी रिपोर्ट पब्लिश करती है। जिसका असर दुनियाभर में देखने को मिलता है। अब तक कई रिपोर्ट्स से पूरी दुनिया के शेयर बाजारों पर असर देखने को मिला है।

हिंडनबर्ग रिपोर्ट से कंगाल हो चुकी है ये कंपनी

चार साल पहले 2020 की बात है। इलेक्ट्रिक ट्रक बनाने वाली अमेरिका की कंपनी निकोला के स्टॉक्स बड़ी तेजी से बढ़ रहे थे। तभी सितंबर 2020 में इस कंपनी पर हिंडनबर्ग ने एक रिपोर्ट पब्लिश कर दी। जिसमें दावा किया कि निकोला ने अपनी कंपनी और गाड़ियों के बारे में निवेशकों को गलत जानकारी देकर मुनाफा कमाया है। इस रिपोर्ट के आते ही कंपनी के शेयर 80% तक टूट गए। अमेरिका के सिक्योरिटी और एक्सचेंज कमीशन ने निकोला के मालिक ट्रेवोर मिल्टन पर फ्रॉड का केस चलाया। दोषी साबित होने पर 1,000 करोड़ रुपए से ज्यादा का जुर्माना देना पड़ा। जून 2020 में जिस निकोला की वैल्यूएशन 2.77 लाख करोड़ थी, वो कुछ दिन बाद ही 11,000 करोड़ पर आ गई थी।

हिंडनबर्ग के 10 सबसे बड़े खुलासे

  1. साल 2016- अमेरिकी कंपनी RD लीगल
  2. साल 2017- अमेरिकी कंपनी पर्शिंग गोल्ड
  3. साल 2017- अमेरिकी कंपनी ओपको हेल्थ
  4. साल 2017- अमेरिकी कंपनी रॉयट ब्लॉकचेन
  5. साल 2018- कनाडा की कंपनी एफ्रिया
  6. साल 2019- अमेरिकी कंपनी ब्लूम एनर्जी
  7. साल 2020- अमेरिकी कंपनी एचएफ फू्ड्स
  8. साल 2020- अमेरिकी कंपनी निकोला
  9. साल 2022- अमेरिकी कंपनी ट्विटर
  10. साल 2023- भारतीय कंपनी अडानी ग्रुप

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