सार

इस बार इनकम टैक्स रिफंड पिछले साल के मुकाबले काफ़ी धीमी गति से जारी किया जा रहा है। आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2023-24 के मुकाबले 2024-25 में अब तक 27% कम रिफंड जारी हुआ है। 

Income Tax Refund Status: अगर आप भी इनकम टैक्स रिटर्न फाइल कर चुके हैं और अब तक रिफंड नहीं आया तो चिंता न करें। दरअसल, पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले इस बार रिफंड की रफ्तार करीब 27% धीमी है। यानी जिस स्पीड से इनकम टैक्स रिटर्न की प्रोसेसिंग हुई उसकी तुलना में इनकम टैक्स विभाग रिफंड जारी नहीं कर पा रहा है।

ITR का प्रोसेसिंग पीरियड हुआ कम

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में कहा था कि वित्त वर्ष 2013-14 में इनकम टैक्स रिटर्न (Income Tax Return) का प्रोसेसिंग पीरियड करीब 93 दिन हुआ करता था, जो अब 2023-24 में घटकर औसतन 10 दिन रह गया है। हालांकि, वित्त मंत्री द्वारा कही गई बात और वित्त मंत्रालय द्वारा 11 अगस्त को जारी किए गए डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन के आंकड़े तो कुछ और ही कहानी कह रहे हैं।

पिछले साल जारी हुआ था 27% ज्यादा टैक्स रिफंड

डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन के आंकड़ों के मुताबिक, वित्त वर्ष 2023-24 में सरकारी खजाने में 3,91,828 करोड़ रुपये पर्सनल इनकम टैक्स जमा हुआ था, जिसमें आयकर विभाग ने 47,482 करोड़ रुपये का रिफंड जारी किया था। वहीं, फाइनेंशियल ईयर 2024-25 में 4,81,876 करोड़ रुपये बतौर पर्सनल इनकम टैक्स वसूल किए गए, जिसमें से अब तक सिर्फ 34,546 करोड़ रुपये का रिफंड ही टैक्सपेयर्स को जारी किया गया है। यानी वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान 12,936 करोड़ रुपये या 27.24 प्रतिशत ज्यादा टैक्स रिफंड जारी किया गया था।

कॉर्पोरेट टैक्स पर जारी किया गया ज्यादा रिफंड

डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन के आंकड़ों पर गौर करें तो पर्सनल इनकम टैक्स की तुलना में कॉर्पोरेट टैक्स पर ज्यादा रिफंड जारी किया गया है। वित्त वर्ष 2024-25 में 11 अगस्त तक सरकार के खजाने में कुल 3,08,061 करोड़ रुपये कॉर्पोरेट टैक्स से मिले। इसमें से 85,618 करोड़ रुपये का रिफंड जारी किया गया है। वहीं, फाइनेंशियल ईयर 2023-24 में 2,52,574 करोड़ रुपये का कॉर्पोरेट टैक्स वसूला गया था, जिसमें से 42,521 करोड़ रुपये बतौर रिफंड जारी किए गए थे। मतलब पर्सनल इनकम टैक्सपेयर्स को रिफंड मिलने में देरी हो रही है।

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