सार

फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) की बेहद सुरक्षित निवेश विकल्प है। कई बैंकों ने अपनी ब्याज दरों में इजाफा किया है। ऐसे में एफडी कराकर अच्छा ब्याज कमा सकते हैं। इसके कई फायदे भी हैं।

बिजनेस डेस्क : इक्विटी, म्यूचुअल फंड जैसे जबरदस्त रिटर्न वाले इन्वेस्टमेंट के बावजूद फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) की पॉपुलैरिटी कम नहीं हुई है। बड़ी संख्या में लोग इसमें पैसा जमा कर सालभर में ब्याज से मुनाफा कमाते हैं। हाल ही में जाब नेशनल बैंक (PNB) और बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB) ने एफडी की ब्याज दरों में इजाफा किया है। ऐसे में अगर आप एक साल के लिए एफडी कराने की सोच रहे हैं तो आपको जान लेना चाहिए कि किन बैंकों में ब्याज ज्यादा है, इसके अलावा एफडी कराने के फायदे भी जान लेने चाहिए...

1 साल की FD पर सबसे ज्यादा ब्याज देने वाले 5 बैंक

1. बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB)- 6.85%

2. एसबीआई (SBI)- 6.80%

3. पंजाब नेशनल बैंक (PNB)- 6.95%

4. आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank)- 6.70%

5. एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank)- 6.60%

फिक्स्ड डिपॉजिट के फायदे:

  • FD में निश्चित ब्याज मिलता है, जो आपके पैसे को सुरक्षित बनाता है।
  • FD बैंक में जमा होता है, जो सरकार द्वारा गारंटीड होता है।
  • एफडी को कभी भी तोड़ा जा सकता है, लेकिन इसमें कुछ फीस देनी पड़ सकती है।
  • 5 साल या अधिक की एफडी पर टैक्स बेनिफिट मिलता है।
  • एफडी पर नियमित ब्याज मिलता है, जो इनकम बढ़ाता है।
  • FD में निवेश करने से आपके पैसे का जोखिम कम होता है।
  • फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करना आसान है।
  • एफडी को अलग-अलग समय के लिए करा सकते हैं, जैसे- 1 साल, 2 साल या 5 साल, 10 साल
  • अलग-अलग बैंकों की ब्याज दरों की तुलना करके हाई ब्याज वाले बैंक में एफडी करा सकते हैं।
  • एफडी में अकेले या जॉइंट निवेश कर सकते हैं।
  • फिक्स्ड डिपॉजिट में नामिनेशन सुविधा होती है, जिससे फैमिली मेंबर्स को लाभ मिल सकता है।
  • FD पर लोन लिया जा सकता है, जिससे इमरजेंसी में पैसे आसानी से मिल सकते हैं।

एफडी पर कितना लोन ले सकते हैं

फिक्स डिपॉजिट के बदले लोन तीन तरह के मिलते हैं। इनमें डिमांड लोन, ओवरड्राफ्ट और क्रेडिट कार्ड होता है। डिमांड लोन पर कोई निश्चित पीरिएड नहीं होता है, इसे अपनी सुविधा के अनुसार जब चाहें चुका सकते हैं। डिमांड लोन को एक बार में या कई किस्तों में भी दे सकते हैं। ओपरड्राफ्ट लोन में बैंक एक क्रेडिट लिमिट जारी करते हैं, जो आमतौर पर एफडी की वैल्यू का 70% या 80% होता है। ओपरड्राफ्ट अकाउंट्स से जरूरतों के हिसाब से कई बार पैसा निकाल सकते हैं और भर सकते हैं। क्रेडिट कार्ड से पहले से तय लिमिट में लोन ले सकते हैं। इसे समय के अंदर चुकाना होता है, वरना बैंक ज्यादा ब्याज वसूल सकते हैं।

एफडी पर लोन का ब्याज कितना होता है

फिक्स डिपॉजिट पर दिए जाने वाले लोन का ब्याज, पर्सनल लोन, क्रेडिट कार्ड या अन्य लोन की तुलना में कम होता है। यह एफडी पर मिल रही ब्याज से करीब 1 या 2 प्रतिशत ज्यादा होती है। इसके लिए ज्यादा डॉक्यूमेंट्स की जरूरत भी नहीं पड़ती है। यह आसानी से मिल जाता है, क्योंकि बैंक के पास पहले से ही आपके डॉक्यूमेंट्स पड़े होते हैं।

एफडी कराते समय क्या करें

  • एफडी कराते समय उसके टेन्योर को जरूर देखें, क्योंकि अगर मेच्योरिटी से पहले पैसा निकालते हैं तो जुर्माना देना पड़ता है।
  • किसी एक बैंक में ज्यादा पैसों की एफडी कराने जा रहे हैं तो थोड़े-थोड़े करके कई बैंकों में एफडी कराएं। इससे पैसों की जरूरत पड़ने पर एफडी तुड़वा सकते हैं।
  • 5 साल की एफडी करवाकर टैक्स बचा सकते हैं। इसमें इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत कुल 1.5 लाख तक टैक्स कटौती का दावा कर सकते हैं।

इसे भी पढ़ें

UPI से ATM में पैसे जमा करने की नई सुविधा, जानें अब क्या है मैक्सिमम लिमिट

 

Health Insurance: हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम क्यों हो जाता है रिजेक्ट, जानें 10 कारण