सार

हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच, राहुल गांधी ने शेयरों से 46 लाख रुपये से अधिक की कमाई की है। यह कमाई मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले पांच महीनों में हुई है।

Rahul Gandhi profit in Shares: हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के बाद शेयर बाजार को लेकर अनिश्चितता कायम है। हालांकि, रिपोर्ट आने के बाद पहले दिन खुले शेयर मार्केट में कोई खास असर नहीं दिखा। लेकिन एक ही दिन में अडानी के कंपनियों के सभी 10 शेयर्स ने गोता लगाया और निवेशकों के हजारों करोड़ स्वाहा हो गए हैं। मार्केट के उतार-चढ़ाव के बीच राहुल गांधी ने पांच महीना में शेयर्स से 46 लाख रुपये से अधिक कमाया है।

मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में राहुल गांधी की कितनी कमाई?

नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए की तीसरी बार सरकार बनी है। तीसरे कार्यकाल के शुरू होने के पहले ही शेयर बाजार तेजी से चढ़ने के साथ ही धड़ाम हुआ था। हालांकि, पांच महीने के शेयर बाजार के आंकड़ों को देखें तो निवेशकों ने अच्छी-खासी कमायी भी की है। शेयर मार्केट से कमायी करने वालों में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, राहुल गांधी ने 5 महीनों में शेयर बाजार से 46.49 लाख रुपये कमाए हैं।

 

राहुल गांधी का चार करोड़ रुपये से अधिक का पोर्टफोलियो

आईएएनएस ने राहुल गांधी के शेयर बाजार में किए गए निवेश की गणना की है। न्यूज एजेंसी के अनुसार, शेयर बाजार में राहुल गांधी के पोर्टफोलियो का मूल्य लगभग 4.33 करोड़ रुपये (15 मार्च, 2024 तक) से बढ़कर लगभग 4.80 करोड़ रुपये (12 अगस्त, 2024 तक) हो गया है। यह कैलकुलेशन राहुल गांधी द्वारा लोकसभा चुनाव 2024 में रायबरेली संसदीय क्षेत्र में नामांकन दाखिल के दौरान जमा एफिडेविट के अनुसार किया गया है।

किन शेयर्स में राहुल गांधी ने किया है इन्वेस्ट

राहुल गांधी के पोर्टफोलियो में एशियन पेंट्स, बजाज फाइनेंस, दीपक नाइट्राइट, डिविस लैब्स, जीएमएम फॉडलर, हिंदुस्तान यूनिलीवर, इंफोसिस, आईटीसी, टीसीएस, टाइटन, ट्यूब इन्वेस्टमेंट्स ऑफ इंडिया और एलटीआईमाइंडट्री जैसे शेयर शामिल हैं। नेता प्रतिपक्ष के पोर्टफोलियो में शामिल 24 शेयर्स में चार कंपनियों से उनको घाटा हुआ है। घाटा वाले शेयर्स एलटीआई माइंडट्री, टाइटन, टीसीएस और नेस्ले इंडिया के हैं। वर्टोज एडवरटाइजिंग लिमिटेड और विनाइल केमिकल्स जैसी कई छोटी कंपनियों के शेयर भी राहुल गांधी ने खरीदे हैं।

शेयर बाजार की हिंडनबर्ग रिसर्च का असर?

पीएम मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के तीसरे कार्यकाल में शेयर बाजार में जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है। पिछले कुछ महीनों में सेंसेक्स और निफ्टी ने कई रिकॉर्ड तोड़ते हुए नई ऊंचाईयों को छुआ है। हालांकि, रविवार 11 अगस्त को अमेरिकी शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने सेबी चीफ माधबी पुरी बुच के अडानी की ऑफशोर फंड्स इन्वेस्टमेंट का आरोप लगाया है। इसके बाद अडानी ग्रुप्स के शेयर्स में काफी गिरावट दिखी है। लेकिन आरोप सामने आने के बाद पहले दिन बाजार पर कोई खास असर नहीं दिखा।

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