सार
देश के दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा (Industrialist Ratan Tata) का निधन हो गया है। उनके निधन पर पूरा देश शोकाकुल है। रतन टाटा के निधन पर भारत के सबसे अमीर उद्योगपति मुकेश अंबानी (Rich businessman Mukesh Ambani) ने शोक व्यक्त किया है। मुकेश अंबानी का परिवार रतन टाटा के अंतिम दर्शन के लिए गया था। रतन टाटा के निधन के बाद लाभ-हानि का आकलन शुरू हो गया है। पूरा देश रतन टाटा को खोकर दुखी है, वहीं दूसरी ओर ऐसी चर्चाएँ हैं कि मुकेश अंबानी को इससे फायदा होगा। रतन टाटा के निधन पर अंबानी परिवार खुश नहीं है। इससे पूरे परिवार को दुख और पीड़ा हुई है। लेकिन लाभ के नजरिए से देखें तो अंबानी के व्यापार को आगे और फायदा होगा। देश में रिलायंस ग्रुप (Reliance Group) का कोई सानी नहीं रह गया है।
रतन टाटा के स्वामित्व वाले टाटा ग्रुप (Tata Group) और मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाले रिलायंस ग्रुप ने अपने-अपने क्षेत्र में मील के पत्थर हासिल किए हैं, लेकिन रिलायंस ग्रुप से टाटा ग्रुप एक कदम आगे था। चाहे टेलीकॉम क्षेत्र हो, चिकित्सा क्षेत्र हो या कोई और, टाटा ग्रुप का दबदबा रहा है। टाटा समूह के मुखिया रतन टाटा के जाने के बाद उनके जैसा नेतृत्व मिलना मुश्किल है।
रतन टाटा के फैसले स्पष्ट और दृढ़ होते थे। इससे कंपनी मुनाफे में चलती थी। रतन टाटा की योजनाओं से मुकेश अंबानी को थोड़ा नुकसान होता था। अब रतन टाटा के निधन के बाद मुकेश अंबानी को टक्कर देने वाला कोई नहीं बचा है।
टाटा ग्रुप की देश की सबसे बड़ी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी (TCS) अब देश की सबसे बड़ी कंपनी है। शेयर बाजार में रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों को TCS ने कड़ी टक्कर दी है। सिर्फ टक्कर ही नहीं, अब दोनों कंपनियों का मार्केट कैप 14 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया है। शेयरधारक खुश हैं। दोनों का बाजार मूल्य 32 हजार करोड़ रुपये है।
व्यापार में मुकेश से कई कदम आगे थे रतन टाटा : मुकेश अंबानी ने मुंबई में अपना पहला प्रेट ए मैंगर और स्टार्बक्स शुरू किया है। प्रेट ए मैंगर ब्रिटेन की एक गतिशील और खाने के शौकीनों की चेन है। प्रेट ए मैंगर को भारत लाने का श्रेय मुकेश अंबानी को जाता है। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और ब्रिटिश चेन के बीच साझेदारी है। पिछले साल दोनों दिग्गजों के बीच एक समझौता हुआ था और दोनों ने फ्रैंचाइजी बेची थी। इस वजह से वे टाटा समूह के स्टारबक्स को कड़ी टक्कर देना चाहते थे।
इसी क्रम में पहला स्टोर मुंबई में खोला गया। इस साल देश में करीब 10 स्टोर खोले जाएंगे। अब टाटा नहीं रहे, स्टारबक्स को संभालना एक बड़ी समस्या है। मुकेश के नए बिजनेस को इससे फायदा होगा। भारत में स्टारबक्स का प्रवेश रतन टाटा द्वारा कराया गया था। भारत में कारोबार शुरू करने के लिए रतन टाटा और स्टारबक्स के बीच 50-50 फीसदी की साझेदारी थी। स्टारबक्स के देश के 30 से ज्यादा शहरों में स्टोर हैं। लेकिन रतन टाटा के निधन के बाद प्रतिस्पर्धा कम हो गई है और मुकेश अंबानी को आने वाले दिनों में कारोबार में भारी मुनाफा होने की संभावना है।