सार

लंबे समय से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद लगाए बैठे लोगों को RBI ने बड़ा झटका दिया है। रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने साफ कहा है कि फिलहाल ब्याज दरों में कटौती का कोई इरादा नहीं है। हमारा पहला लक्ष्य महंगाई को कंट्रोल करना है। 

RBI Rate Cut: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने ब्याज दरें सस्ती होने की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि मौजूदा समय में ब्याज दरों में कटौती का हमारा कोई इरादा नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक का पूरा फोकस फिलहाल महंगाई दर को कंट्रोल कर उसे 4 प्रतिशत तक लाना है।

ब्याज दरों में कटौती फिलहाल हमारे टारगेट में शामिल नहीं
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने एक इंटरव्यू में कहा- इस समय ब्याज दरों में कटौती हमारे टारगेट में शामिल नहीं है। इस पर अभी किसी तरह की चर्चा नहीं होगी। हमारा पूरा ध्यान फिलहाल बढ़ती महंगाई पर काबू पाना और उसे 4 प्रतिशत के लेवल पर लाना है। जब तक हम 4 प्रतिशत महंगाई दर के लक्ष्य को नहीं पा लेते, तब तक ब्याज दरों में कटौती का सवाल ही नहीं पैदा होता।

महंगाई दर को 4 प्रतिशत तक लाना ही हमारा लक्ष्य
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा रूस और यूक्रेन की जंग शुरू होने के ठीक बाद अप्रैल 2022 में रिटेल महंगाई दर 7.8 प्रतिशत तक पहुंच गई थी। हालांकि, अब ये पहले से काफी हद तक कंट्रोल में है, लेकिन हमारा टारगेट इसे 4 प्रतिशत तक लाना है। 2023 के दिसंबर महीने के लिए रिटेल महंगाई दर का जो आंकड़ा घोषित किया गया उसके मुताबिक, दिसंबर 2023 में महंगाई दर 5.69 फीसदी पर पहुंच गई है। नवंबर में ये आंकड़ा 5.55 प्रतिशत पर था।

आखिर क्यों बढ़ी महंगाई

खाने-पीने की चीजों जैसे दाल, अनाज और सब्जियों के भाव में बढ़ोतरी के चलते रिटेल महंगाई दर में इजाफा हुआ है। दिसंबर, 2023 में खाद्य महंगाई दर 9.53 प्रतिशत रही, जो कि नवंबर 2023 में 8.70 प्रतिशत पर थी। इस दौरान सब्जियों की महंगाई दर में भारी बढ़ोतरी हुई है और ये बढ़कर 27.64 प्रतिशत पर पहुंच गई है। नवंबर, 2023 में ये 17.70 प्रतिशत थी।

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