सार

बारिश और बाढ़ से चाय उत्पादन प्रभावित होने के कारण टाटा टी की कीमतें बढ़ सकती हैं। कंपनी के मुनाफे में मामूली बढ़ोतरी हुई है, जबकि चाय की कीमतों में पहले ही 25% की वृद्धि देखी जा चुकी है।

मुंबई: टाटा टी चाय पत्ती की कीमतें बढ़ाने की तैयारी में है। कंपनी ने बढ़ते उत्पादन लागत को इसकी वजह बताया है। भारी बारिश और बाढ़ से कई चाय बागानों की फसलें प्रभावित हुई हैं और अतिरिक्त खर्चे बढ़े हैं। टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर सुनील ए डिसूजा ने कहा कि कंपनी को उम्मीद है कि विकास दर में सुधार होगा।

पिछली जुलाई-सितंबर तिमाही में कंपनी के राजस्व में 11% की बढ़ोतरी हुई, लेकिन मुनाफा सिर्फ 1% बढ़ा। सप्लाई में रुकावटों के चलते इस साल चाय की कीमतें 25% से ज़्यादा बढ़ी हैं, जिससे लागत में काफ़ी इज़ाफ़ा हुआ है।

टाटा टी का देश के चाय के रिटेल बाज़ार में लगभग 28% हिस्सा है। हिंदुस्तान यूनिलीवर इसकी मुख्य प्रतिद्वंदी है। डिसूजा ने बताया कि चाय की कीमतें बढ़ने से कुल चाय उत्पादन में 20% की कमी आई है, जबकि निर्यात में बढ़ोतरी हुई है। टी बोर्ड ने चाय की पत्तियां जल्दी तोड़ना बंद करने का फैसला किया है, जिससे सप्लाई पर और असर पड़ेगा। डिसूजा ने कहा कि अगर मानसून अच्छा रहा और सप्लाई बेहतर हुई, तो कंपनी को उम्मीद है कि मांग बढ़ेगी।