विमान कंपनियों का महाविलय: विस्तारा अब एयर इंडिया में होगी शामिल
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भारतीय विमानन क्षेत्र में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआई) को केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है। इसके बाद सिंगापुर एयरलाइंस (SIA) और टाटा समूह की संयुक्त भागीदारी वाली विस्तारा एयरलाइंस को अब पूरी तरह से टाटा समूह की देखरेख वाली एयर इंडिया में मिलाने की सारी तैयारी पूरी कर ली गई है।
आखिर क्या है विस्तारा..
विस्तारा एयरलाइन कंपनी दिल्ली के पास गुड़गांव स्थित एक भारतीय विमानन कंपनी है। इसे टाटा संस और सिंगापुर एयरलाइंस मिलकर संचालित करते हैं। 9 जनवरी 2015 को दिल्ली से मुंबई के बीच विस्तारा ने अपनी पहली उड़ान भरी थी। सिर्फ एक साल के भीतर ही 20 लाख यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाकर इसने खूब नाम कमाया। मई 2019 तक इसने घरेलू विमानन बाजार में 4.7% हिस्सेदारी हासिल कर ली थी। यह भारत की छठी सबसे बड़ी घरेलू विमानन कंपनी है। एयरबस A320, बोइंग 737-800NG जैसे 70 विमान इस कंपनी के पास हैं।
भारत में सिंगापुर एयरलाइंस
टाटा संस और सिंगापुर एयरलाइंस मिलकर विस्तारा का संचालन करते हैं। इसमें 49% हिस्सेदारी सिंगापुर एयरलाइंस की है। इसका मतलब है कि अब 2,059 करोड़ रुपये के निवेश के साथ सिंगापुर एयरलाइंस नई कंपनी एयर इंडिया समूह में शामिल हो रही है। इसका मतलब है कि उसे एयर इंडिया में 25.1% हिस्सेदारी मिलेगी। भारत सरकार द्वारा एफडीआई को मंजूरी मिलने के बाद ही यह संभव हो पाया है।
12 नवंबर तक पूरा होगा विलय..
सिंगापुर एयरलाइंस और टाटा संस 2024 के आखिर तक विलय की प्रक्रिया पूरी करने की तैयारी में हैं। विस्तारा प्रबंधन के प्रतिनिधियों ने बताया है कि विलय की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और 12 नवंबर को इसकी आधिकारिक घोषणा कर दी जाएगी। उन्होंने अपने कर्मचारियों को भेजे गए एक ईमेल के जरिए यह जानकारी दी है।
अब सारी टिकट एयर इंडिया से..
केंद्र सरकार द्वारा एफडीआई को मंजूरी मिलने के बाद एयर इंडिया में विस्तारा के विलय की प्रक्रिया आसान हो गई है। विस्तारा के प्रतिनिधियों ने बताया है कि फिलहाल यात्री विस्तारा से टिकट बुक करा सकते हैं, लेकिन जल्द ही विलय पूरा होने के बाद बुकिंग की सुविधा एयर इंडिया के जरिए मिलेगी।
कर्मचारियों का तबादला जारी..
विस्तारा ने अपने यात्रियों को विलय की प्रक्रिया के बारे में बताना शुरू कर दिया है। उसने लगातार यात्रा करने वाले यात्रियों की जानकारी और उन्हें दी जाने वाली सेवाओं के बारे में एयर इंडिया को जानकारी दे दी है। विस्तारा के कर्मचारियों का एयर इंडिया में तबादला शुरू हो चुका है। गुड़गांव स्थित एयर इंडिया के नए मुख्यालय से ही कई कर्मचारी काम कर रहे हैं।
यात्रियों में आशंका..
टिकट बुकिंग में गड़बड़ी को लेकर यात्रियों में आशंका है। विलय की तारीख के बाद बुक की गई फ्लाइट में बिजनेस, प्रीमियम और इकॉनमी क्लास जैसी विस्तारा की प्रीमियम केबिन में सीट बुक कराने वाले यात्रियों को एयर इंडिया कैसे एडजस्ट करेगी, इसे लेकर संशय बना हुआ है। कई यात्रियों को दोनों के टकराव की आशंका है। हालांकि, विस्तारा के प्रतिनिधियों का कहना है कि ऐसा होने की संभावना बहुत कम है।
विलय टालने पर चर्चा..
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, विस्तारा के विलय को टालने को लेकर एयर इंडिया प्रबंधन में आंतरिक चर्चा हुई थी। विलय से पहले एयर इंडिया के विमानों को अपग्रेड करने को पहला कारण बताया जा रहा था। वहीं, विलय के बाद विस्तारा के कर्मचारियों को एयर इंडिया में प्रमोशन और एयर इंडिया के अधिकारियों को अहम पदों पर नियुक्ति को लेकर भी चर्चा हुई। हालांकि, बाद में सबकुछ ठीक रहा और योजना के मुताबिक विलय की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने का फैसला लिया गया।
क्या एयर इंडिया का सपना होगा पूरा..
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नंबर वन बनने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रही एयर इंडिया ने विस्तारा का विलय करके अपने प्रतिद्वंद्वियों को कड़ा संदेश दिया है। विलय की यह खबर भारतीय विमानन बाजार में बड़े बदलाव का संकेत दे रही है। एयर इंडिया के प्रतिनिधियों का मानना है कि इससे विभिन्न बाजारों में एयर इंडिया समूह की प्रतिस्पर्धा और मजबूत होगी।