सार
टाइटन कंपनी को सोमवार को एक साल पहले 371 करोड़ रुपये के मुनाफे के मुकाबले जून में खत्म हुई तिमाही में 270 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। कंपनी ने कहा कि जो आय वित्त वर्ष 2015 की तीसरी तिमाही में 4,995 करोड़ रुपए थी, वो कोविड -19 महामारी के कारण 62 प्रतिशत बढ़कर 1,901 करोड़ रुपए हो गई है।
बिजनेस डेस्क : कोरोना काल सभी के लिए आर्थिक संकंट लेकर आया है। कई सारी बड़ी कंपनियां भी घाटा उठा रही है। वहीं टाइटन कंपनी को सोमवार को एक साल पहले 371 करोड़ रुपये के मुनाफे के मुकाबले जून में खत्म हुई तिमाही में 270 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। कंपनी ने कहा कि जो आय वित्त वर्ष 2015 की तीसरी तिमाही में 4,995 करोड़ रुपए थी, वो कोविड -19 महामारी के कारण 62 प्रतिशत बढ़कर 1,901 करोड़ रुपए हो गई है।
लॉकडाउन के कारण प्रभावित हुई बिक्री
इस साल टाइटन के ज्वैलरी डिवीजन ने 1,783 करोड़ रुपये की आय दर्ज की, जो पिछले साल के 4,047 करोड़ रुपये की तुलना में 56 प्रतिशत कम है। कहा जा रहा है कि लॉकडाउन के कारण बिक्री काफी प्रभावित हुई। टाइटन आई प्लस की रेंज की ब्रिकी पर भी काफी प्रभाव पड़ा है। टाइटन के प्रबंध निदेशक सी के वेंकटरमन ने कहा कि, " कोरोना महामारी के कारण कंपनी का बिजनेस काफी प्रभावित हुआ है, जिससे अभूतपूर्व नुकसान हुआ है।"
'चौथी तिमाही तक सामान्य होगी स्थिति'
बता दें कि, देशभर में टाइटन के 1,736 स्टोर्स है। इन सभी स्टोर्स पर काफी सेल्स प्रभावित हुई है। कंपनी का कहना है कि, आभूषण व्यवसाय से इसकी वसूली की जा सकती है और हमें इस वर्ष की चौथी तिमाही तक सामान्य स्थिति में वापस आने की उम्मीद हैं।"