सार
नई दिल्ली के दीनदयाल उपाध्याय कॉलेज में फंड की कमी के चलते जुलाई में सैलरी रोक दी गई थी। जिसके बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी के चेयरमैन ने कॉलेज प्रिसिंपल को नोटिस जारी कर दिया है। उन्होंने कई मुद्दों पर जल्द से जल्द जवाब देने को कहा है।
करियर डेस्क : दिल्ली (Delhi) के दीनदयाल उपाध्याय कॉलेज (Deen Dayal Upadhyaya College) में फंड की कमी के चलते प्रोफेसर्स की सैलरी में कटौती मामले में कॉलेज के प्रिंसिपल को नोटिस थमाया गया है। दिल्ली विश्वविद्यालय के इस कॉलेज के प्रिंसिपल प्रोफेसर हेम चंद जैन को नोटिस जारी कर चेयरमैन ने पूछा है कि जब DHE के सैलरी हेड के तहत फंड जारी की गई है तो फिर जुलाई महीने में असिस्टेंट प्रोफेस की सैलरी से 30 हजार और एसोसिएट प्रोफेसर-प्रोफेसर की में 50 हजार की कटौती क्यों? यह किसकी अनुमति से किया गया। यह यूजीसी के नियमों के खिलाफ है, आप ऐसा कैसे कर सकते हैं?
चार साल से वेतन में देरी- DUTA
वहीं, दिल्ली यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन (DUTA) के अध्यक्ष एके बागची ने इस मामले को लेकर मीडिया से बताया कि फंड की कमी के चलते वेतन में देरी हुई है। पिछले चार सालों से दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज सहित दिल्ली सरकार के तहत आने वाले 12 कॉलेजों के टीचिंग स्टाफ की सैलरी में कटौती की गई है। मेडिकल बिलों का भुगतान भी नहीं किया गया। इसका एसोसिशन ने विरोध भी किया। 4 से 6 बार हमने आवाज भी उठाई लेकिन हमारी नहीं सुनी गई।
क्या है पूरा मामला
बता दें कि कि दिल्ली विश्वविद्यालय (Delhi University) के दीनदयाल उपाध्याय (DDU) कॉलेज में फंड और कर्मचारियों के अनुदान को लेकर दिल्ली सरकार से खींचतान चल रही है। यही कारण है कि कॉलेज में 5 दिन का ही वर्किंग कर दिया गया है। इससे बिजली की बचत और अन्य खर्चों में कटौती हो सकेगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरकार की तरफ से फंड नहीं रिलीज करने और कॉलेज को ही बिजली और अनुदान करने के आदेश के बाद इस तरह के फैसले लिए गए हैं। डीडीयू दिल्ली सरकार के अधीनआने वाले 12 कॉलेजों में से एक है, जो दिल्ली विश्वविद्यालय से अटैच्ड हैं। हालांकि सरकार की तरफ से इसपर किसी भी तरह की टिप्पणी नहीं की गई है। वहीं, अब चेयरमैन ने इसको लेकर नोटिस जारी कर दिया है।
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