सार

भारत-अमेरिका के बीच टेक्नोलॉजी को लेकर पार्टनशिप का फायदा भारत को होने जा रहा है। यहां बड़ी संख्या में जॉब्स आएंगी। टेक्नोलॉजी के सेक्टर में लाखों नौकरियां निकलेंगी। युवाओं के लिए यह सबसे बड़ी खुशखबरी है।

करियर डेस्क : करियर डेस्क : भारत के युवाओं के लिए खुशखबरी है। भारत और अमेरिका के बीच टेक्नोलॉजी पार्टनशिप के बाद देश में नौकरियों की बहार आ जाएगी। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर (Rajeev Chandrasekhar) ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिकी दौरे (PM Modi US Visit) पर टेक्नोलॉजी सेक्टर को लेकर जो पार्टनशिप हुई है, वह बड़ा अचीवमेंट है।

भारत में 1 लाख नौकरियां

शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में उन्होंने बताया कि माइक्रोन, एप्लाइड मैटेरियल्स और लैम रिसर्च जैसी कंपनियों ने जो ऐलान किया है, उससे भारत के टेक्नोलॉजी सेक्टर में काफी डेवलपमेंट होगा। आने वाले दिनों में प्रत्यक्ष तौर पर 80,000 से 1 लाख तक नई नौकरियां आएंगी। जबकि, अप्रत्यक्ष तौर पर सप्लाई चेन में इतनी नौकरियां पैदा होंगी, जिसका अंदाजा लगा पाना भी मुश्किल होगा।

AI-सेमीकंडक्टर की बढ़ेगी डिमांड

आईटी राज्य मंत्री ने कहा कि 'आज हम का समय क्वांटम, एआई, हाई परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग, सेमीकंडक्टर का है। जहां की बात हो रही है जहां आंत्रप्रेन्योरशिप, स्टार्टअप और इनवेस्टमेंट के लिए अवसर ही अवसर होंगे। नई नौकरियों की भरमार होगी। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी दिसंबर 2021 में सेमीकंडक्टर पॉलिसी के ऐलान के साथ इंडिया को सेमीकंडक्टर का हब बनाने का विजन लेकर चल रहे हैं। पिछले 18 महीने में उसी विजन के अनुसार सरकार ने काफी काम भी किया है।'

भारत में इनवेस्ट करेंगी 3 अमेरिकी कंपनियां

केंद्रीय आईटी राज्य मंत्री ने कहा कि अमेरिका में जो घोषणाएं की गई हैं, उनमें माइक्रोन, एप्लाइड मैटेरियल्स और लैम रिसर्च ने भारत में इनवेस्टमेंट भी शामिल है। तीनों ही कंपनियां सेमीकंडक्टर की दुनियां में काफी बड़ी हैं और भारत के साथ पार्टनरशिप से देश में सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम का विस्तार होगा, जो मील का पत्थर है।'

इंडिया में यहां सबसे ज्यादा Jobs

आईटी राज्यमंत्री ने कहा कि 'आज पूरी दुनिया यह देख रही है कि भारत आर्थिक और प्रौद्योगिकी का पावर हब बन रहा है। माइक्रोन गुजरात में अपना सेमीकंडक्टर प्लांट लगाएगी। इस पर 2.75 अरब डॉलर यानी 22,540 करोड़ रुपए का निवेश होगा। माइक्रोन 5,000 वर्कफोर्स को काम पर रखेगी। अगले पांच साल में 15,000 से ज्यादा जॉब्स के अवसर आएंगे। वहीं, एप्लाइड मैटेरियल्स इंक पार्टनर इंजीनियरिंग सेंटर स्थापित करने के लिए 40 करोड़ अमेरिकी डॉलर निवेश करेगी।'

ज्यादा स्किल्ड होंगे भारतीय इंजीनियर

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 'लैम रिसर्च ने सेमीकंडक्टर एजुकेशन और वर्कफोर्स के डेवलपमेंट में तेजी लाने के लिए 60,000 भारतीय इंजीनियरों को ट्रेनिंग देने की पहल की है। इसमें सेमीकंडक्टर नैनो टेक्नोलोजी में हर साल 6,000 से ज्यादा इंजीनियरों को ट्रेन किया जाएगा।'

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