सार

2 मिनट का वीडियो कॉल कर अपने सभी 200 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने वाली कंपनी अमेरिका स्थित प्रॉपटेक फर्म फ्रंटडेस्क है। फर्म के सीईओ, जेसी डेपिंटो ने छंटनी की घोषणा की। इस घोषणा से स्टाफ हैरान रह गये।

2 मिनट का वीडियो कर इस कंपनी के सीईओ ने एक झटके में सभी स्टाफ को नौकरी से हटाने की घोषणा कर दी। Better.com के बाद एक बार फिर नये साल के पहले हफ्ते में ही अमेरिका की एक और कंपनी ने वीडियो कॉल पर 200 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। प्रोप टेक स्टार्टअप कंपनी फ्रंटडेस्क ने दो मिनट की Google मीट कॉल पर लगभग 200 कर्मचारियों, जो कि कंपनी का पूरा वर्कफोर्स है, को जॉब से निकाल दिया। टेकक्रंच की एक रिपोर्ट के अनुसार, फ्रंटडेस्क ने हाल ही में फुलटाइम, पार्ट टाइम वर्कर्स और ठेकेदारों सहित अपने बड़ी संख्या में स्टाफ को निकाल दिया है। यह कदम एक शॉर्ट Google मीट के दौरान हुआ, जिससे कई लोग हैरान रह गए और कंपनी में अपने भविष्य को लेकर अनिश्चित हो गए।

कंपनी चलाने में आ रही थी दिक्कत

सीईओ, जेसी डेपिंटो ने कॉल के दौरान दिवालियापन के ऑप्शन, राज्य रिसीवरशिप के लिए फाइल करने की फ्रंटडेस्क की योजना का उल्लेख किया था। 2017 में स्थापित, फ्रंटडेस्क ने जेटब्लू वेंचर्स, वेरिटास इन्वेस्टमेंट्स और सैंड हिल एंजल्स जैसे निवेशकों से लगभग 26 मिलियन डॉलर हासिल किए थे। स्टार्टअप ने कंप्लीट बिल्डिंग मैनेजमेंट पर केंद्रित एक नई स्ट्रेटजी पेश करके ब्रिज राउंड के माध्यम से अधिक फंडिंग प्राप्त करने का प्रयास किया। दुर्भाग्य से यह कारगर नहीं हुआ, जिससे परिचालन संबंधी कठिनाइयां पैदा हुईं।

छंटनी से कुछ महीने पहले ही हुई थी कई नई ज्वाइनिंग

छंटनी से ठीक दो महीने पहले स्टाफ प्रमुख के रोल सहित हालिया जॉब पोस्टिंग से स्पष्ट है कि कंपनी अतिरिक्त पूंजी हासिल करने को लेकर आशान्वित दिखाई दे रही थी। हालांकि फ्रंटडेस्क को कई संपत्तियों के किराए का भुगतान करने के लिए संघर्ष करना पड़ा, जिससे संचार की कमी के कारण मकान मालिक निराश हो गए। फ्रंटडेस्क को बहुत सारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा जिससे उनके लिए अपना व्यवसाय सुचारू रूप से चलाना असंभव हो गया। इसके कारण उन्हें कई कर्मचारियों को निकालना पड़ा।

ठीक से काम नहीं कर रहा था कंपनी का बिजनेस प्लान

जिस तरह से फ्रंटडेस्क ने शॉर्ट ड्यूरेशन के लिए अपार्टमेंट किराए पर लेकर और उन्हें लोगों के रहने के लिए तैयार करके बिजनेस किया, वह ठीक से काम नहीं कर रहा था। उन्हें इसमें आने वाली लागत और कितने लोग इन स्थानों को किराए पर लेना चाहते हैं, इससे निपटने में कठिनाई का सामना करना पड़ा। इससे फ्रंटडेस्क के लिए वह करना कठिन हो गया जो वे कर रहे थे।

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