सार

Muhavare: प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं? कठिन क्षेत्रीय मुहावरों और उनके अर्थ को समझें, जैसे 'गंगू की खिचड़ी' और 'उधारी का मुंह देखना'। इन मुहावरों को जानकर परीक्षा में बढ़त बनाएं।

Muhavare: भारतीय प्रतियोगिता परीक्षाओं में अक्सर विभिन्न प्रकार के क्षेत्रीय मुहावरे पूछे जाते हैं, जिनका उद्देश्य उम्मीदवार की भाषा की समझ और सोचने की क्षमता को परखना होता है। ये मुहावरे न केवल भाषा के शिल्प को दर्शाते हैं, बल्कि सांस्कृतिक संदर्भ और सामाजिक परिस्थितियों से भी जुड़े होते हैं। ऐसे मुहावरों का सही अर्थ समझना और उनका सही इस्तेमाल करना परीक्षाओं में सफलता पाने के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है। जानिए कुछ कठिन क्षेत्रीय मुहावरे और उनके अर्थ को विस्तार से, जो विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं में पूछे जा सकते हैं। इन मुहावरों को जानकर आप अपनी परीक्षा की तैयारी को और भी मजबूत बना सकते हैं।

मुहावरा- "गंगू की खिचड़ी"

मुहावरे काअर्थ: किसी चीज को असंयमित तरीके से या बिना किसी उद्देश्य के करना। यह मुहावरा तब प्रयोग होता है जब कोई कार्य अव्यवस्थित तरीके से किया जाता है या जिस कार्य का कोई स्पष्ट उद्देश्य न हो।

मुहावरा- "उधारी का मुंह देखना"

मुहावरे का अर्थ: किसी व्यक्ति से उम्मीद करना कि वह आपकी मदद करेगा, जबकि वह खुद उस समय मुश्किल में हो। जब कोई व्यक्ति किसी से उधार या मदद की उम्मीद करता है, जबकि उस व्यक्ति के पास अपनी समस्याओं का समाधान नहीं होता, तो यह मुहावरा प्रयोग किया जाता है।

मुहावरा- "चरणों में बिछ जाना"

मुहावरे का अर्थ: किसी व्यक्ति के सामने पूरी तरह से झुकना, सम्मान देना। यह मुहावरा तब प्रयोग होता है जब कोई व्यक्ति किसी और के सामने पूरी तरह से आत्मसमर्पण कर देता है या सम्मान दर्शाता है।

मुहावरा- "खाली हाथ लौटना"

मुहावरे का अर्थ: बिना किसी परिणाम के किसी काम से वापस आना। यह मुहावरा उस स्थिति में उपयोग होता है, जब किसी व्यक्ति ने किसी कार्य में बहुत मेहनत की हो, लेकिन उसका कोई सकारात्मक परिणाम न मिला हो।

मुहावरा- "कागज की नाव में सवार होना"

मुहावरे का अर्थ: किसी बहुत कमजोर और असुरक्षित चीज पर निर्भर रहना। यह मुहावरा तब प्रयोग होता है जब कोई व्यक्ति बहुत कमजोर स्थिति में हो या ऐसा कोई काम कर रहा हो, जिसमें बहुत अधिक खतरा हो, लेकिन वह फिर भी उस स्थिति में फंसा रहता है।

मुहावरा- " दूसरों के खेत में घास डालना"

मुहावरे का अर्थ: अपनी समस्याओं से ध्यान हटाकर दूसरों की परेशानियों में हस्तक्षेप करना। जब कोई अपनी समस्याओं के बजाय दूसरों के मामलों में टांग अड़ाता है, तो उसे इस मुहावरे से व्यक्त किया जाता है। इसका मतलब है अपनी जिम्मेदारियों से बचना और दूसरों की समस्याओं में झांकना।

मुहावरा- "शरीर की धूल झाड़ना"

मुहावरे का अर्थ: अपनी गलतियों से निबटना या समस्याओं से बाहर निकलना। यह मुहावरा तब उपयोग होता है जब कोई व्यक्ति अपनी गलतियों को मानकर उनसे बाहर निकलता है या किसी बड़ी मुसीबत से बचता है। इसका मतलब होता है खुद को सुधारना या किसी कठिनाई से बाहर आना।

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