सार
कोलकाता: कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प से बड़ी से बड़ी मुश्किलों को पार कर अपने सपने को साकार किया जा सकता है, यह साबित किया है पश्चिम बंगाल के 21 वर्षीय सरफराज ने। इस बार की NEET परीक्षा में 720 में से 677 अंक हासिल कर इस युवा ने सफलता का परचम लहराया है। बेहद गरीब परिवार से आने वाले सरफराज के लिए यह सफर आसान नहीं था।
लेकिन सरफराज ने चुनौतियों को अपनी सफलता की सीढ़ी बनाया। अलख पांडे नामक व्यक्ति द्वारा इंस्टाग्राम पर शेयर किए जाने के बाद ही सरफराज की कहानी दुनिया के सामने आई। दो वक्त की रोटी के लिए संघर्ष करने वाले एक मजदूर के बेटे हैं सरफराज। छोटी उम्र से ही परिवार का गुजारा चलाने के लिए सरफराज भी अपने पिता के साथ मजदूरी करने लगे। मजदूरी करते हुए भी डॉक्टर बनने का सपना इस युवा ने अपने दिल में संजोए रखा।
इसी सपने को पूरा करने के लिए 2023-24 में NEET परीक्षा की तैयारी शुरू की। दिन में कड़ी धूप में मजदूरी करते, निर्माण स्थल पर मजदूर के रूप में घरों और निर्माण स्थलों तक ईंट ढोते। एक दिन में 200 से 400 ईंट तक ढोते थे। रात में जागकर पढ़ाई करते। पढ़ाई में तो होशियार थे, लेकिन आर्थिक तंगी सरफराज के लिए एक बड़ी चुनौती थी। लेकिन हकीकत यह है कि इन सब से यह युवा कभी हारा नहीं। पढ़ाई के लिए ऑनलाइन कक्षाओं का सहारा लिया। दिन में काम पर जाना होता था, इसलिए सुबह जल्दी उठकर पढ़ाई करते। सुबह 6 बजे से दोपहर 2 बजे तक काम, फिर पढ़ाई।
साथ ही, सरफराज बताते हैं कि इतनी मेहनत करके पढ़ाई करने पर लोग उनका मजाक उड़ाते थे। मजाक उड़ाने वालों को सरफराज का जवाब था कि यह सब उन्हें और मजबूत बनाता है। आखिरकार, उनकी सारी मेहनत रंग लाई और NEET में 720 में से 667 अंक हासिल कर नील रतन सरकार मेडिकल कॉलेज में दाखिला मिल गया।
अपनी मुश्किलों को याद कर, उन्हें कैसे पार किया, यह सोचकर सरफराज, अलख पांडे द्वारा शेयर किए गए वीडियो में भावुक हो जाते हैं। NEET की तैयारी के दौरान खराब हो चुके फोन से पढ़ाई जारी रखने की बात बताते हुए सरफराज की आंखें भर आती हैं। कई बार खुले में बैठकर पढ़ाई करनी पड़ती थी। कड़ी मेहनत से जिंदगी के सपने पूरे किए जा सकते हैं, यही सरफराज की जिंदगी हमें सिखाती है।