सार
इस स्कीम के चलते स्टूडेंट्स के पास यह विकल्प होगा कि वह किस परीक्षा में शामिल होना चाहते हैं। दूसरी बार आयोजित होने वाली परीक्षा में शामिल होने के लिए अलग से आवेदन करना होगा। इस बार एमपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा के लिए 18 लाख स्टूडेंट्स ने आवेदन किया है।
करियर डेस्क. मध्य प्रदेश बोर्ड 10वीं और 12वीं (MP Board Exam 2021) की परीक्षाओं को लेकर नई जानकारी सामने आई है। इस बार दो बार आयोजित की जाएंगी। कोरोना के कारण ये फैसला लिया गया है। ऐसा कहा जा रहा है कि दो बार परीक्षाएं आयोजित होने से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन आसानी से किया जा सकेगा।
इस स्कीम के चलते स्टूडेंट्स के पास यह विकल्प होगा कि वह किस परीक्षा में शामिल होना चाहते हैं। दूसरी बार आयोजित होने वाली परीक्षा में शामिल होने के लिए अलग से आवेदन करना होगा। इस बार एमपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा के लिए 18 लाख स्टूडेंट्स ने आवेदन किया है।
अप्रेल से शुरू होंगी परीक्षाएं
पहली बार की परीक्षा 30 अप्रैल से 15 मई तक होगी, वहीं दूसरी बार की परीक्षा 1 जुलाई से 15 जुलाई तक होगी। यह फैसला एमपी बोर्ड की साधारण सभा की बैठक में लिया गया।
8 लाख आवेदन
इस साल MP बोर्ड 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षा के लिए 18 लाख स्टूडेंट्स ने आवेदन आए हैं। इसमें 10वीं के लगभग 10.50 और 12वीं के करीब 7.50 लाख स्टूडेंट्स शामिल हैं। सोशल डिस्टेसिंग के कारण परीक्षाएं दो बार आयजित करवाई जा रही हैं।
फेल स्टूडेंट्स को एक और मौका
इस बार एमपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं परीक्षा के लिए सप्लीमेंट्री परीक्षा नहीं होगी। इस बार पहली बार की परीक्षा में फेल स्टूडेंट्स तीन माह बाद दोबारा परीक्षा दे सकेंगे। साथ ही मार्कशीट पर सप्लीमेंट्री नहीं लिखा जाएगा और स्टूडेंट्स को दोबारा परीक्षा देने के लिए अगले साल तक इंतजार नहीं करना होगा, बल्कि तीन माह बाद ही परीक्षा दे सकेंगे।
100 अंक के पेपर
एमपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षा के लिए हर विषय का प्रश्न पत्र 100 अंकों का होगा। इसमें एक तीन और चार अंकों के ही प्रश्न पूछे जाएंगे। एमपी बोर्ड की वेबसाइट पर प्रश्न पत्र का ब्लूप्रिंट अपलोड कर दिया गया है।